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9/11 पर बोले पीएम मोदी :जिस धरती पर विवेकानंद ने शांति का संदेश दिया वहीं आतंकियों ने विनाश किया

पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत 9 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए आतंकी हमले को याद करते हुए किया।

Updated on: 11 Sep 2017, 04:25 PM

highlights

  • स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण की 125 वीं वर्षगांठ पर पीएम ने छात्रों को किया संबोधित
  • पीएम मोदी ने कहा जिस धरती पर स्वामी विवेकानंद ने शांति का संदेश दिया वहीं आतंकियों ने कोहराम मचाया

नई दिल्ली:

स्वामी विवेकानंद की शिकागो में 125 साल पहले आज ही के दिन दिए गए विश्व प्रसिद्ध भाषण पर पीएम मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में कॉलेज के छात्रों को संबोधित किया।

पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत 9 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए आतंकी हमले को याद करते हुए किया। उन्होंने कहा जिस धरती पर स्वामी विवेकानंद ने 9/11 पर प्रेम और शांति का संदेश दिया था उसी धरती पर 11 सितंबर 2001 में विनाश, नफरत और विकृति की दास्तान लिखी गई।

पीएम मोदी ने छात्रों से विवेकानंद के सिद्धांतों को याद करते हुए कहा, 'स्वामी विवेकानंद ने अपनी तपस्या से मां भारती को अपने अंदर आत्मसाथ कर लिया था।' पीएम ने कहा, '30 साल के नौजवान स्वामी विवेकानंद ने कहा था भगवान पूजा-पाठ करने से नहीं लोगों की सेवा करने से मिलेंगे।'

स्वामी विवेकानंद के भाषण को भारत की संस्कृति और स्वच्छता से जोड़ते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हमें ये सोचना चाहिए कि क्या हमें वंदे मातरम कहने का अधिकार है। उन्होंने कहा, वंदे मातरम बोलने का हक सिर्फ उन्हें है जो भारत मां की सफाई में लगे रहते हैं। पान खाकर कहीं भी पिचकारी (थूकना) मार देने से भारत कभी स्वच्छ नहीं होगा।' पीएम मोदी ने स्वच्छता पर एक बार फिर पहले शौचालय या फिर देवालय के नारे को दोहराया।

पीएम ने कहा, 'अगर हम सफाई नहीं कर सकते तो हमें गंदगी फैलाने का भी कोई हक नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया का जिक्र करते हुए कहा, जब उस समय 30 साल के विवेकानंद और उद्योगपति जमशेद जी टाटा के बीच पत्रचार हुआ था उसमें भी विवेकानंद ने मेक इन इंडिया बनाने की अपील की थी।'

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मोदी ने कहा, 'कौशल विकास में स्वामी विवेकानंद का सिद्धांत है इसलिए हमारे युवाओं को जॉब सीकर नहीं जॉब क्रिएटर बनने की जरूरत है। पीएम मोदी ने भाषण के दौरान सर्टिफिकेट से ज्यादा हुनर को महत्व दिए जाने की बात कही।

पीएम ने स्वामी विवेकानंद की दूरदर्शिता की तारीफ करते हुए कहा,  'उन्होंने आज से 125 साल पहले बता दिया था कि जब दुनिया किसी संकट में घिरा होगा तो एशिया उसे आगे रास्ता दिखाएगा।'

नरेंद्र मोदी ने कहा अगर हम फॉलो द रूल पर चलें तो स्वामी विवेकानंद का सपना हमारा 'भारत विश्व गुरु बनेगा' का सपना पूरा होगा।

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