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बीजेपी का मिशन 'नॉर्थ-ईस्ट' PM मोदी बोले- असम चुनाव की लहर मेघालय में भी नजर आने लगी है

मिशन 'नॉर्थ ईस्ट' पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि परिवर्तन की लहर पूरे उत्तर भारत में चल रही है। वो लहर अब मेघालय में भी नजर आने लगी है।

Updated on: 16 Dec 2017, 03:33 PM

नई दिल्ली:

मिशन 'नॉर्थ ईस्ट' पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि परिवर्तन की लहर पूरे उत्तर भारत में चल रही है। वो लहर अब मेघालय में भी नजर आने लगी है। मोदी ने मेघायल के शिलांग में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है।

मोदी ने कहा, 'राज्य में एक ऐसी सरकार चल रही है जो जनता के लिए नहीं बल्कि माइनिंग माफियाओं के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है।' उन्होंने कहा, 'जो परिवर्तन की लहर पूरे उत्तर भारत में असम चुनाव के बाद से चली है वह लहर अब मेघालय में भी नजर आने लगी है।'

शिलांग-नोंगस्‍टोइन-रोंगजेंग-टूरा सड़क का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा, 'उत्तर पूर्व को लेकर पहले की सरकारों का क्या रवैया रहा है, उससे आप अच्छी तरह परिचित रहे हैं। नॉर्थ-ईस्ट में योजनाओं अटके नहीं, भटके नहीं इसलिए ही 1972 में नॉर्थ-ईस्ट काउंसिल का गठन किया गया था। लेकिन इस काउंसिल को भी गंभीरता से कम ही लिया गया।'

मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार के मंत्री जब इस क्षेत्र में आते हैं, तो यहां रुकते हैं, लोगों के साथ मिलते हैं, उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं के बारे में सीधी जानकारी लेते हैं।'

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उन्होंने कहा, 'बीते तीन साल में, मेरी सरकार के दौरान मेरे मंत्रियों कि ओर से उत्तर पूर्व के 150 से ज़्यादा दौरे हुए हैं, इतने दौरे शायद ही किसी दूसरी सरकार में हुए हो।' पीएम ने कहा कि हमारी सरकार उत्तर-पूर्व के राज्यों के साथ पहले हुए अन्याय को कम करने का लगातार प्रयास कर रही है, केंद्र सरकार के फैसलों में उत्तर-पूर्व को प्राथमिकता दी जा रही है।

मोदी ने कहा, 'भविष्य में उत्तर-पूर्व में सी-प्लेन के जरिए आना जाना एक बेहतर कदम होगा। शिलॉन्ग में बड़े विमान उतर सकें इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से हवाई पट्टी के विस्तार को मंजूरी दे दी गई है।'

उन्होंने कहा कि पिछले साल मैं जब मेघालय आया था और यहां के लोगों ने मुझे जो चाय पिलाई थी उसका स्वाद आज भी मैं याद करता रहता हूं।

आपको बता दें कि मेघालय में कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त गठबंधन सरकार लगातार दो बार से सत्ता में है। बीजेपी राज्य में अब तक एक भी सीट नहीं जीत पाई है। लेकिन पार्टी को उम्मीद है कि वह अगले विधानसभा चुनाव में 60 में से 40 सीटें जीतेगी।

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बीजेपी ने कांग्रेस को मात देने के लिए गैर कांग्रेसी दलों का 'रैनबो गठबंधन' बनाने का ऐलान किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने ने चुनाव पूर्व और चुनाव बाद गठबंधन के रास्ते खुले रखे हैं।

आपको बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव तक भारतीय जनता पार्टी पूर्वोत्तर के राज्यों में कुछ खास नहीं कर पाई थी। हालांकि उसके बाद पार्टी ने असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस को परास्त कर सरकार बनाई।

मिजोरम दौरा

मेघायल से पहले मिजोरम पहुंचे पीएम मोदी ने ट्युरिअल हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम इस विजन पर काम कर रहे हैं कि अपनी परेशानियां बताने के लिए आपको दिल्ली संदेश न भिजवाना पड़े बल्कि दिल्ली खुद चलकर आपके पास आए।

मिजोरम दौरे के दौरान कहा, 'हम पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानियों को रेल नक्शे पर लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत सरकार 47 हजार करोड़ की लागत वाली, 1385 किलोमीटर लंबाई वाली 15 रेल नई लाइनों का कार्यान्वयन करने जा रही है।'

उन्होंने कहा, 'कनेक्टीविटी की कमी पूर्वोत्तर क्षेत्रों के विकास के पथ में बड़ी बाधाओं में से एक है।' मोदी ने कहा कि मेरी सरकार आधारभूत सुविधाओं में निवेश के माध्यम से परिवहन द्वारा परिवर्तन करना चाहती है। 

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक्ट ईस्ट पॉलिसी को पूरी सक्रियता से निभा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'दक्षिण पूर्व एशिया के लिए एक द्वार के रूप में, मिजोरम इससे बेहद लाभ उठा रहा है। यह म्यांमार और बांग्लादेश के व्यापार के लिए एक प्रमुख पारगमन बिंदु के रूप में उभर सकता है।'

आइजोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तर पूर्वी राज्यों में विकास को लेकर अटल जी के कार्यकाल में बहुत गंभीर प्रयास हुए थे। अटल जी कहते थे आर्थिक सुधार का एक बड़ा मकसद है क्षेत्रीय भेदभाव को पूरी तरह खत्म करना। इस दिशा में उन्होंने काफी कदम भी उठाए थे।

उन्होंने कहा, 2014 में हमारी सरकार बनी तो एक बार फिर इस क्षेत्र को, हम सरकार की नीतियों और फैसलों में आगे लेकर आए हैं। मैंने तो एक नियम बना दिया था कि हर 15 दिन में कैबिनेट का कोई ना कोई मंत्री उत्तर पूर्व के राज्यों का दौरा जरूर करेगा। मैं चाहता था कि मंत्रिमंडल के मेरे साथी यहां रुककर, आपके बीच रहकर आपकी आवश्यकताओं को समझें, उनके मुताबिक अपने मंत्रालयों में नीतियां बनाएं।'

मोदी ने कहा, 'हम इस विजन के साथ काम कर रहे हैं कि अपनी परेशानियां, अपनी आवश्यकताएं बताने के लिए आपको दिल्ली तक संदेश ना भिजवाना पड़े, बल्कि दिल्ली खुद आपके बीच चलकर आए।'

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