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पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी, इतना महंगा हुआ तेल

कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी की वजह से देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में आज भी बढ़ोतरी हुई है

Updated on: 12 Jan 2019, 08:08 AM

नई दिल्ली:

कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी की वजह से देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में आज भी बढ़ोतरी हुई है. पेट्रोल के दाम में जहां 19 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है वहीं डीजल के दाम में 29 पैसे प्रतिलीटर महंगा हो गया है. दिल्ली में जहां आज आपको एक लीटर पेट्रोल के लिए 69 रुपये 26 पैसे देने होंगे वहीं एक लीटर डीजल के लिए आपको को 63 रुपये 10 पैसे खर्चे होंगे. बात अगर मुंबई की करे तो वहां एक लीटर पेट्रोल आपको 74 रुपये 91 पैसे का मिलेगा जबकि एक लीटर डीजल के लिए 66 रुपये 04 पैसे देने होंगे.

बीते शुक्रवार को भी तेल के दामों में बढ़ोतरी हुई थी. पेट्रोल 19 पैसे महंगा हुआ था. पेट्रोल की कीमत 69.07 रुपये प्रति लीटर हो गई. तो वहीं डीजल के दाम में 28 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी.

क्यों महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल

गौरतलब है कि पिछले साल के अंत में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई भारी गिरावट के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम घटने से ग्राहकों को काफी राहत मिली थी. लेकिन अब उन्हें फिर जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है, क्योंकि नए साल में कच्चे तेल के भाव में तेजी का सिलसिला निरंतर जारी है. कच्चा तेल 60 डॉलर प्रति बैरल पर चला गया है. वहीं, डब्ल्यूटीआई 50 डॉलर प्रति बैरल के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया है.

नए साल में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड अबतक 11 फीसदी से ज्यादा महंगा हो चुका है. पिछले महीने जहां ब्रेंट क्रूड का भाव 26 दिसंबर को 50 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया था, वहीं अब 60 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है. इस तरह पिछले एक पखवाड़े से कम समय में कच्चे तेल के दाम में करीब 10 डॉलर की तेजी आ गई है.

एंजेल कमोडिटी के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (मुद्रा व ऊर्जा शोध) अनुज गुप्ता बताते हैं, "अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव का असर भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम पर करीब 10 दिन बाद ही दिखता है. इस तरह, कच्चे तेल की हालिया तेजी से पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी हो सकती है. उधर, कच्चे तेल के दाम में वृद्धि से देसी मुद्रा रुपये पर भी डॉलर के मुकाबले दबाव देखा जा रहा है."

अंतर्राष्ट्रीय बाजार से मिले मजबूत संकेतों से घरेलू वायदा बाजार में भी कच्चे तेल के दाम में जबरदस्त तेजी आई है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर कच्चे तेल का जनवरी एक्सपायरी अनुबंध अपराह्न् 15.14 बजे 126 रुपये यानी 3.63 फीसदी तेजी के साथ 3,600 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था, जबकि फरवरी अनुबंध में 127 रुपये यानी 3.62 फीसदी की तेजी के साथ 3,638 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 1.99 फीसदी तेजी के साथ 59.89 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले भाव 60 डॉलर प्रति बैरल तक उछला.

वहीं, न्यूयॉर्क मर्के टाइल एक्सचेंज पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के फरवरी डिलीवरी अनुबंध में 2.25 फीसदी तेजी के साथ 50.90 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान भाव 50.95 डॉलर प्रति बैरल तक उछला.

गुप्ता ने कहा, "ओपेक देशों का समूह और गैर-ओपेक देशों में प्रमुख तेल उत्पादक रूस द्वारा संयुक्त रूप से 12 लाख बैरल रोजाना उत्पादन कटौती के फैसले और अमेरिका-चीन के बीच व्यापारिक विवादों को हल करने की दिशा में जारी बातचीत के कारण कच्चे तेल के दाम में बहरहाल तेजी देखी जा रही है."

पेट्रोल और डीजल के भाव में नए साल में एक दिन बढ़ोतरी होने के बाद लगातार दो दिनों से स्थिरता बनी हुई है. हालांकि बाजार के जानकार बताते हैं कि दाम में गिरावट थमने के बाद अब वृद्धि का सिलसिला फिर शुरू हो सकता है. पिछले साल चार अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का भाव 84 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 1.50 रुपये प्रति लीटर कटौती के साथ भाव में 2.50 रुपये लीटर की घोषणा की थी. इसमें एक रुपया प्रति लीटर कटौती का बोझ तेल विपणन कंपनियों को उठाने को कहा गया था. केंद्र की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी शासित कुछ प्रांतों की सरकारों ने भी तेल के दाम पर राज्य के करों में कटौती की घोषणा की थी.