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चोकसी की भारतीय नागरिकता छोड़ने पर बोली कांग्रेस, अब शायद कभी ना आएं; राजनाथ बोले- लाया जाएगा भारत

बैंक ऋण घोटाले के भगोड़े आरोपी मेहुल चोकसी की ओर से अपना भारतीय पासपोर्ट जमा करने से जुड़ी खबर को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अब शायद चोकसी कभी भारत ना आएं.

Updated on: 22 Jan 2019, 12:16 AM

नई दिल्ली:

बैंक ऋण घोटाले के भगोड़े आरोपी मेहुल चोकसी की ओर से अपना भारतीय पासपोर्ट जमा करने से जुड़ी खबर को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अब शायद चोकसी कभी भारत ना आएं. पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सरकार पर तंज कसते हुए संवाददाताओं से कहा, "अब 'मेहुल भाई' शायद ही भारत कभी आएंगे. वह तो आ ही नहीं सकते क्योंकि अब मेहुल भाई को किसी और देश की नागरिकता भी मिल गई है और उनकी भारत की नागरिकता भी चली गई है."

उन्होंने कहा, "कितनी बार छाती ठोंक कर कहा गया कि हम चोकसी को इतने दिनों में लाएंगे, किसी को छोड़ेंगे नहीं. लेकिन क्या हुआ? सिर्फ पिछले वर्ष बैंक जालसाजी में 72 प्रतिशत बढोतरी हुई है.’’ 

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दरअसल, चोकसी ने गुयाना में उच्चायोग के पास अपना भारतीय पासपोर्ट जमा करा दिया है. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के कथित मुख्य षड़यंत्रकारियों में से एक एवं भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के मामा चोकसी ने पिछले साल एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी.

चोकसी को भारत लाया जाएगा: राजनाथ

वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पीएनबी घोटाले के आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी को बख्शा नहीं जाएगा और मुकदमे का सामना करने के लिए उसे देश वापस लाया जाएगा.

सीआईएसएफ शिविर में केन्द्रीय विद्यालय की आधारशिला रखने के बाद सिंह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उनसे चोकसी द्वारा गुएना के भारतीय उच्चायोग में भारतीय पासपोर्ट लौटाने लेकर सवाल किया गया था.

सिंह ने कहा, 'हमने भगोड़ा आर्थिक अपराधी कानून बनाया है. उसके तहत (फर्जीवाड़ा पर नजर रखने की) प्रक्रिया है. उसे (चोकसी) निश्चित तौर पर भारत लाया जाएगा. किसी को बख्शा नहीं जाएगा. सबके खिलाफ कार्रवाई होगी.’’ 

कानून के तहत दूसरे देश की नागरिकता लेने के बाद भारतीय नागरिक को अपना पासपोर्ट सौंपना होता है. सरकारी सूत्रों का कहना है कि भारत कूटनीतिक और कानूनी तरीकों से चोकसी को वापस लाने के लिए एंटिगुआ सरकार के साथ बातचीत कर रहा है.

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भारत ने अगस्त, 2018 में एंटिगुआ से चोकसी के प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था.

चोकसी ने भारतीय नागरिकता छोड़ी, पासपोर्ट सरेंडर किया

बता दें कि भारत में अपने खिलाफ चल रही जांच को और पेचीदा बनाते हुए 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने वेस्टइंडीज के एंटीगुआ एवं बरबुडा द्वीप की नागरिकता पाने के लिए भारतीय नागरिकता छोड़ दी है. चोकसी को पिछले वर्ष यहां की नई नागरिकता मिली थी और उसने अपने रद्द भारतीय पासपोर्ट संख्या जेड3396732 को जमा करवा दिया है और अन्य औपचारिकताओं के लिए 177 डॉलर का शुल्क चुकाया है.

मुंबई में चोकसी के वकील ने इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि अब वह उनके (चोकसी के) संपर्क में नहीं हैं.

चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी पर पीएनबी की ब्रेडी हाउस शाखा के जरिए कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से अपनी समूह की कंपनियों के लिए फर्जी लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) जारी कर 13,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला करने का आरोप है.

IANS इनपुट के साथ...