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CBSE पेपर लीक: केरल के छात्र ने दोबारा परीक्षा कराने के फैसले को SC में दी चुनौती, जांच की मांग की

सुप्रीम कोर्ट में दोबारा परीक्षा आयोजित करने के फैसले को लेकर सीबीएसई के खिलाफ याचिका दायर की गई है।

Updated on: 31 Mar 2018, 09:53 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) कार्यालय के बाहर पेपर लीक घटना के विरोध में छात्र प्रदर्शन कर अपना आक्रोश प्रकट कर रहे है। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में दोबारा परीक्षा आयोजित करने के फैसले को लेकर सीबीएसई के खिलाफ याचिका दायर की गई है। 

दोबारा परीक्षा कराने के फैसले को केरल के एक छात्र ने सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी है। छात्र ने प्रश्न-पत्र के मात्र दिल्ली में ही लीक होने की खबरों के बाद याचिका दायर की। कोच्चि में चॉइस स्कूल के छात्र रोहन मैथ्यू ने तर्क दिया है कि पुनर्परीक्षा का फैसला संविधान के अनुच्छेद 14 (कानूनी समानता), अनुच्छेद 21 (जीवन और आजादी का अधिकार) और अनुच्छेद 21ए (शिक्षा का अधिकार) का उल्लंघन कर मनमाने और अवैध तरीके से लिया गया है।

छात्र ने केरल उच्च न्यायालय में वकालत करने वाले अपने पिता के माध्यम से याचिका दायर करते हुए कहा है कि 16 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य को खतरे में डालने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।

दलील में कहा गया है कि इस साल 16,38,428 छात्र कक्षा 10 और 11,86,306 छात्रों के लिए सीबीएसई परीक्षाओं में कक्षा 12 के लिए उपस्थित हो रहे हैं। इस मामले की पूरी जांच हुए बिना ही पेपर फिरसे करवाने का फैसला लिया गया है। यह फैसला मनमाना है और छात्रों के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है।

जानकारी और शिकायतों के बावजूद, सीबीएसई ने पेपर लीक की खबरों को इंकार किया था। इसके साथ ही छात्रों और अभिभावकों से आग्रह किया कि परेशान न हो।

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याचिका में कहा गया है कि सीबीएसई अधिकारियों की निष्क्रियता / गलत कार्रवाई के कारण, छात्रों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है क्योंकि उन्हें प्रतियोगी परीक्षा के पेपर की तैयारी का मौका नही मिल पायेगा।'

गौरतलब है कि सीबीएसई कार्यालय के बाहर प्रश्नपत्र लीक घटना के विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन कर अपना आक्रोश प्रकट किया। छात्रों का कहना है कि सीबीएसई से उनका भरोसा उठ गया है। सीबीएसई कार्यालय के बाहर सुबह सात बजे 50 से 70 छात्र सड़क जाम कर नारेबाजी करने लगे।

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पुलिस जांच में नए खुलासे सामने आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अब 10 व्हाट्सएप ग्रुप की पहचान की है जिसके जरिये पेपर लीक को अंजाम दिया गया था।

बताया जा रहा है कि बारहवीं कक्षा के अर्थशास्त्र का पेपर व्हाट्सएप के जरिये ही लीक किया गया था। पेपर को कम से कम 10 व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा गया था।क्राइम ब्रांच ने कहा है कि इन सभी ग्रुप में करीब 50 से 60 सदस्य हैं। मामले की जांच और पूछताछ जारी है।

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