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संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत ने कहा- पाकिस्तान आतंकवाद को स्टेट पॉलिसी के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है

पाकिस्तान को आंतकवाद का जनक करार देते हुए भारत के राजदूत राजीव चंदर ने कहा, 'आतंकवाद मानवाधिकार के सबसे मूल अधिकारों का उल्लंघन है. हमें इस जोखिम से अपने स्तर पर निपटना होगा.'

Updated on: 09 Mar 2019, 12:09 AM

नई दिल्ली:

संयुक्त राष्ट्र में भारत ने एक बार फिर से पाकिस्तान पर आतंकवाद के मुद्दे को लेकर वार किया. पाकिस्तान को आंतकवाद का जनक करार देते हुए भारत के राजदूत राजीव चंदर ने कहा, 'आतंकवाद मानवाधिकार के सबसे मूल अधिकारों का उल्लंघन है. हमें इस जोखिम से अपने स्तर पर निपटना होगा.'

इसके साथ ही भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कहा,' पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता है. मुख्य समस्या पाकिस्तान की तरफ से हैं. वह आतंकवाद अपने स्टेट पॉलिसी के तौर पर इस्तेमाल करता है. इस तथ्य को हमें समझना होगा.'

संयुक्त राष्ट्र के 40वें सेशन को संबोधित करते हुए भारत नेकहा कि दुनिया को आतंकवाद और उसे बढ़ावा देने वालों की निंदा करनी चाहिए. आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जानी चाहिए.

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वहीं, जम्मू-कश्मीर के मसले को लेकर राजदूत राजीव चंदर ने कहा कि भारत का पक्ष जम्मू-कश्मीर को लेकर पहले ही परिषद में रखा जा चुका है. यह भारत का अभिन्न हिस्सा है, जिसके एक हिस्से पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है.

बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधि ताहिर हुसैन अंद्राबी ने भी कश्मीर का मुद्दा उठाया था, जिसका जवाब भारत ने दिया.

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले का जवाब देते हुए भारत ने 26 फरवरी को यह एयरस्ट्राइक किया था. पुलवामा हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे. हमले के तुरंत बाद जैश ने इसकी जिम्मेदारी ली थी.