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BRICS में आतंकवाद समर्थक देश चिह्नित किए जाने पर भड़का पाकिस्तान, घोषणापत्र को किया खारिज

पाकिस्तान ने ब्रिक्स देशों के आतंकवाद से जुड़े घोषणापत्र को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि उसकी धरती पर आतंकियों के लिए कोई जगह नहीं है।

Updated on: 06 Sep 2017, 06:36 AM

highlights

  • पाकिस्तान ने ब्रिक्स के घोषणापत्र को पूरी तरह नकारा
  • घोषणापत्र में पाकिस्तान को आतंक समर्थक देश चिह्नित किया गया था

नई दिल्ली:

चीन में हुए 9 वें ब्रिक्स सम्मेलन में पहली बार घोषणापत्र में पाकिस्तानी आतंकी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को वैश्विक आतंकी समूह के तौर पर चिह्नित किए जाने पर पाकिस्तान भड़क गया है।

पाकिस्तान ने ब्रिक्स देशों के आतंकवाद से जुड़े घोषणापत्र को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि उसकी धरती पर आतंकियों के लिए कोई जगह नहीं है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने अपने देश के रक्षा मामले की स्थायी समिति की बैठक में कहा, 'हम ब्रिक्स के उस घोषणा पत्र को नकारते हैं जिसमें पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थक बताया गया है।'

गौरतलब है कि भारत, रूस, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका की सदस्यता वाले ब्रिक्स समूह ने पहली बार अपने घोषणापत्र में भारत के खिलाफ काम करने वाले पाकिस्तानी आतंकी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को वैश्विक आतंकी समूह के तौर पर चिह्नित किया है। इसमें चीन ने भी हामी भरी है। चीन के इस रुख के बाद पाकिस्तान से उसके रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है।

रक्षामंत्री गीर ने ब्रिक्स घोषणा पत्र को लेकर कहा, 'पाकिस्तान रीजन में 40 फीसदी से ज्यादा आतंक वारदातों को अंजाम देने के लिए अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल होता है। गीर ने कहा हम आतंकवाद से खुद लड़ रहे हैं।' इसके साथ ही गीर ने ये भी कहा, 'हम हर उस आतंकवादी संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं जो पाकिस्तान धरती का इस्तेमाल किसी आतंकी वारदातों के लिए करते हैं।'

गीर ने पाकिस्तान पर अमेरिका की सख्ती और राष्ट्रपति ट्रंप के दिए बयान को लेकर कहा, हम अपने सभी क्षेत्रीय सहयोगियों से इस मुद्दे पर बात कर रहे हैं। इसके बाद हम अमेरिका जाकर राष्ट्रपति ट्रंप से पाकिस्तान विरोधी बयानों पर चर्चा करेंगे।