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'पद्मावती' पर कांग्रेस में बंटी राय, सिद्धारमैया का साथ, अमरिंदर बोले- इतिहास से छेड़छाड़ स्वीकार नहीं

फिल्मी पर्दे पर उतरने से पहले विवादों में घिरी संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' पर प्रमुख दलों में राय बंटी है।

Updated on: 21 Nov 2017, 09:41 AM

highlights

  • फिल्म पद्मावती पर कांग्रेस में बंटी राय, अमरिंदर सिंह ने कहा- इतिहास के साथ छेड़छाड़ है और कोई इसे स्वीकार नहीं करेगा
  • सिद्धारमैया ने कहा, बीजेपी की इस असहिष्णु संस्कृति का निंदा करता हूं, कर्नाटक दीपिका के साथ खड़ा है
  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने राज्य में फिल्म पद्मावती की रिलीज पर प्रतिबंध लगाया

नई दिल्ली:

फिल्मी पर्दे पर उतरने से पहले विवादों में घिरी संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' पर प्रमुख दलों में अलग-अलग राय है।

कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने फिल्म पर अपनी राय जाहिर की है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने फिल्म का विरोध किया है। जबकि कांग्रेस में इस फिल्म को लेकर नेताओं के राय बंटे हुए है।

राजपूत समाज को अमरिंदर का समर्थन

कांग्रेस शासित पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने फिल्म पद्मावती पर राजपूत समुदाय की आपत्तियों का समर्थन किया है।

अमरिंदर ने अपनी टिप्पणी में कहा, 'कुछ भी ऐतिहासिक है तो... कोई भी विरोध नहीं करेगा, लेकिन यहां वे ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर रहे हैं।'

उन्होंने कहा, 'मैं चित्तौड़ जाकर वापस आया हूं और मैंने वहां सारी चीजें देखीं..तो यह इतिहास के साथ छेड़छाड़ है और कोई इसे स्वीकार नहीं करेगा।' सिंह ने कहा, 'और अगर समुदाय इसका विरोध कर रहे है तो विरोध करना उनका अधिकार है।'

सिद्धारमैया ने फिल्म का किया समर्थन

कांग्रेस शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैं बीजेपी की इस असहिष्णु संस्कृति का निंदा करता हूं, कर्नाटक दीपिका के साथ खड़ा है। दीपिका हमारे राज्य से एक विश्व प्रसिद्ध कलाकार हैं और हरियाणा के सीएम से अपील करता हूं कि वो दीपिका को धमकी देने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करें।'

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी फिल्म का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'पद्मावती विवाद दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं बल्कि राजनीतिक दलों की ओर से अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने की सोची-समझी साजिश है।'

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कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने फिल्म पद्मावती का समर्थन करते हुए कहा, 'पद्मावती' विवाद आज राजस्थानी महिलाओं की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने का एक मौका है, न कि छह शताब्दी पुरानी महारानियों पर ध्यान केंद्रित करने का। राजस्थान की महिला साक्षरता दर सबसे कम है। शिक्षा 'घूंघट' से ज्यादा जरूरी है।

उन्होंने कहा था कि आज जो ये तथाकथित जांबाज महाराजा एक फिल्मकार के पीछे पड़े हैं और दावा कर रहे हैं कि उनका सम्मान दांव पर लग गया है, यही महाराजा ब्रिटिश शासकों के सामने भाग खड़े हुए थे।

थरूर के बयान पर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है उन्हें इतिहास पढ़ने की जरूरत है। मैं सिंधिया हूं और मैं अपने पूर्वजों पर गर्व करता हूं।'

बीजेपी की मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने फिल्म पर आपत्ति जताई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में फिल्म के रिलीज पर प्रतिबंध लगा दिया है।

क्या है विवाद

राजपूत समुदाय के पक्ष में कई संगठन, राजनीतिक दल और लोग भी इस बात को लेकर पद्मावती की रिलीज का विरोध कर रहे हैं कि फिल्म में रानी पद्मावती के बारे में जो कहानी बुनी गयी हैं उसमें ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़मरोड़ पेश किया गया है।

फिल्म की शूटिंग के दौरान श्री राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने जयपुर में भंसाली पर हमला कर उन्हें शारीरिक चोट भी पहुंचायी थी। पार्टी के सदस्यों ने महाराष्ट्र में फिल्म के सेट में आग के हवाले कर दिया था।

वहीं भंसाली ने अपनी ओर से साफ किया था कि फिल्म में राजपूत समुदाय की कोई बुराई नहीं की गई है। साथ ही, सभी धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखा गया है।

फिल्म पद्मावती में शाहिद कपूर और रणवीर सिंह भी मुख्य भूमिका में हैं। इस फिल्म को सीबीएफसी की हरी झंडी का अभी इंतजार है। 

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