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कश्मीरी छात्रों की पिटाई पर असदुद्दीन ओवैसी ने हरियाणा सरकार को ठहराया जिम्मेदार

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने छात्रों की पिटाई का विरोध करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार संवैधानिक जिम्मेदारी को स्थापित करने में नाकाम है।

Updated on: 03 Feb 2018, 06:42 PM

highlights

  • शुक्रवार को केन्द्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा के दो कश्मीरी छात्रों की हुई थी पिटाई
  • ओवैसी ने कहा, उनलोगों ने क्या अपराध किया है जिस पर उनको निशाना बनाया जा रहा है

नई दिल्ली:

हरियाणा के केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दो कश्मीरी छात्रों की शुक्रवार को हुई पिटाई पर राज्य सरकार चौतरफा घिर रही है।

शनिवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने छात्रों की पिटाई का विरोध करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार संवैधानिक जिम्मेदारी को स्थापित करने में नाकाम है।

ओवैसी ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार राज्य के लोगों की जान की रक्षा करने में पूरी तरह से असमर्थ है।

ओवैसी ने कहा, 'घटना दिखाती है कि सरकार ने संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने में नाकाम है और मैं कश्मीरी छात्रों पर हुए हमले की घोर निंदा करता हूं।'

उन्होंने कहा, 'कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और यह हमेशा रहेगा। हम क्या संदेश फैला रहे हैं? उनलोगों ने क्या अपराध किया है? उनको निशाना बनाने वाले कौन लोग हैं? सरकार लोगों को सुरक्षा देने के बदले अपनी विचारधारा पर चल रही है।'

इससे पहले दिन में हरियाणा पुलिस ने महेन्द्रगढ़ पुलिस स्टेशन में केन्द्रीय विश्वविद्यालय में हुई घटना के संबंध एफआईआर दर्ज किया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 148 और 149, 506 (आपराधिक संत्रास) 323 (गंभीर चोट पहुंचाना), 341 (जबरन कैद), के तहत केस दर्ज किया गया है।

गौरतलब है कि महेन्द्रगढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय कैंपस से बाहर निकल नमाज पढ़ने गए दो कश्मीरी छात्रों की कुछ स्थानीय लोगों ने बुरी तरह पिटाई कर दी थी। घटना की जानकारी पीड़ित छात्र जावीद ने ट्वीट कर दी।

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दो छात्रों आफताब अहमद और अमजद अली ने घटना की जानकारी दी है।

आफताब ने कहा, 'कल (शुक्रवार) मेरा दोस्त और मैं महेन्द्रगढ़ में कुछ चीजें खरीदने गए थे और विश्वविद्यालय लौटने से पहले हमने नमाज अदा करने के लिए मस्जिद भी गए थे। जब हम वहां से बाहर निकले तो हमने नोटिस किया है कि कुछ लोग हमारा पीछा कर रहे हैं, लेकिन हमने उन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।'

दूसरे छात्र अमजद अली ने कहा, 'इसके बाद हम अपने काम से दर्जी की दुकान पर गए और जल्द ही मोटरसाइकिल पर बैठ गए। तभी 15-20 लोग अचानक आकर हमें पीटना शुरू कर दिया।'

हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों छात्रों के बार-बार पूछने पर भी दोषियों ने पीटने का कारण नहीं बताया। वहां गुजर रहे लोगों ने भी मदद की मांग पर आगे नहीं आए।

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जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी घटना पर हरियाणा सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

महबूबा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री को टैग कर ट्वीट किया, 'हरियाणा के महेंद्रगढ़ में कश्मीरी छात्रों की पिटाई खबर सुनकर बेहद सदमे में हूं। मैं प्रशासन से अनुरोध करूंगी कि वह इस मामले की जांच करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।'

महेंद्रगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 6 आरोपियों की पहचान की गई है, जिनमें से तीन की गिरफ्तारी की जा चुकी है और बाकी तीन की तलाश जारी है।

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