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उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन विपक्ष का हंगामा, कानून-व्यवस्था पर सपा ने योगी सरकार को घेरा, कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित

उत्तर प्रदेश विधान सभा का सत्र शुरू होते ही कानून-व्यवस्था के बिगड़ते हालात को लेकर विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया है।

Updated on: 15 May 2017, 05:05 PM

highlights

  • उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन विपक्ष का जबरदस्त हंगामा
  • विपक्षी दल किसानों की कर्ज माफी और राज्य में कानून व्यवस्था की खराब हालत को लेकर हंगामा कर रहे हैं

New Delhi:

उत्तर प्रदेश विधान सभा का सत्र शुरू होते ही कानून-व्यवस्था के बिगड़ते हालात को लेकर विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया है। योगी सरकार का राज्य विधानसभा में पहला पहला सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष के हंगामें का कारण राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिये स्थगित कर दिया गया।  

राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण के साथ आज उत्तर प्रदेश के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरु हुई, लेकिन समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने अभिभाषण के दौरान राज्यपाल पर कागज के गोले फेंकना शुरू कर दिया।

समाजवादी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक हाथों में पोस्टर विरोध स्वरूप लेकर पहुंचे। विपक्षी दल किसानों की कर्ज माफी और राज्य में कानून व्यवस्था की खराब हालत को लेकर हंगामा कर रहे हैं।

यूपी विधानसभा में हंगामे को लेकर बीजेपी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा। योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाश सिंह ने कहा, 'अखिलेश पूरे मामले में चुपचाप बैठे रहे। विपक्षी दलों ने सीटी बजाई और राज्यपाल पर दस्तावेज फेके। यह उनकी मानसिकता बताता है।'

योगी सरकार का यह पहला विधानसभा सत्र है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने के बाद राज्य में अपराध और हिंसा के मामले में लगातार बढ़ोतरी हुई है, जबकि बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान अपराध मुक्त शासन का वादा किया था।

इतना ही नहीं राज्य में पुलिस पर भी हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। सरकार बनने के बाद हालांकि बीजेपी ने प्रदेश के सभी किसानों का 1 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया था। 

विधानसभा सत्र के दौरान योगी सरकार की मुख्य चुनौती कानून-व्यवस्था के मुद्दे को लेकर बनी हुई है। योगी सरकार बनने के 50 दिनों के भीतर ही राज्य में कई जगह जातीय हिंसा हुई है। 

सहारनपुर हिंसा के अलावा पिछले 50 दिनों के भीतर कई बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई, जब बीजेपी के विधायक और सांसद ही कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बने। गोरखपुर में पार्टी विधायक राधा मोहन दास द्वारा एएसपी चारू निगम को सार्वजनिक तौर पर फटकार लगाए जाने के मुद्दे पर भी विपक्षियों ने काफी हंगामा किया था।

इसके अलावा आगरा में कई हिंदूवादी संगठनों की वजह से कानून-व्यवस्था को लेकर समस्याएं खड़ी हुई हैं। इन सभी मुद्दों पर विपक्षी दलों ने सदन के भीतर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है।

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष राशिद मसूद का कहना है कि योगी सरकार के राज में माफिया राज कायम है। बीजेपी के विधायक और सांसद ही कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बने हुए हैं।