स्वर्ग में बनी भारत-इजरायल की दोस्ती, UN में वोटिंग से नहीं पड़ेगा फर्क: इजरायली पीएम
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत की महज एक नेगेटिव वोट की वजह उनके साथ हमारे मजबूत संबंधों में कमी नहीं आ सकती।
नई दिल्ली:
इजारायल के प्रधानमंत्री बेंजामीन नेतन्याहू ने भारत और उनके देश के बीच के संबंध को 'स्वर्ग में बना संबंध' बताया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत की महज एक नेगेटिव वोट की वजह उनके साथ हमारे मजबूत संबंधों में कमी नहीं आ सकती।
दरअसल, अमेरिका ने यरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने की घोषणा की थी। इसके बाद UN में वोटिंग के दौरान भारत समेत कई देशों ने इस फैसले के विरोध में मतदान किया।
एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में नेतन्याहू ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि एक वोट से हमारे संबंधों पर कोई असर पड़ेगा। आपको दूसरे वोट्स और इन दौरों को भी देखना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'हां, स्वाभाविक तौर पर हमें इससे निराशा हुई है लेकिन यह दौरा इस बात का गवाह है कि हमारे संबंध कई मोर्चों पर आगे बढ़ रहे हैं। राजनीतिक, तकनीकी, पर्यटन, सुरक्षा और दूसरे क्षेत्रों में देखिए। आखिरकार आपको यह सभी UN वोट्स में दिखाई देगा, अभी नहीं लेकिन बहुत जल्द।'
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गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में भारत ने अमेरिका के यरुशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के फैसले के खिलाफ UN में लाए गए प्रस्ताव के समर्थन में वोट किया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा में यह प्रस्ताव 127-9 से पास हो गया था।
बता दें कि रविवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा अपने छह दिवसीय भारत दौरे पर पहुंचे हैं।
नेतन्याहू का यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इजरायल की यात्रा करने के महज छह महीने बाद हो रहा है। इससे दोनों देशों के बीच 25 साल के कूटनीतिक संबंध को मजबूती मिलेगी।
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