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क्रांतिकारी नहीं खुदकुशी जैसा है नोटबंदी का फैसला: अरुण शौरी

पूर्व विनिवेश मंत्री अरुण शौरी ने सरकार के 500 और 100 के नोट बंद करने के फैसले की कड़े शब्दो में आलोचना की है।

Updated on: 18 Nov 2016, 09:59 AM

highlights

  • अरुण शौरी ने सरकार के 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने के फैसले की कड़ी आलोचना की 
  •  इस फैसले से होने वाली परेशानियों का सही से आकलन नहीं किया गया।
  • कुएं में कूदना और खुदकुशी करना भी क्रांतिकारी कदम होता है

 

नई दिल्ली:

पूर्व विनिवेश मंत्री अरुण शौरी ने सरकार के 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने के फैसले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा इस फैसले के परिणाम अच्छे हो सकते हैं पर सरकार ने फैसला लेने से पहले इस पर सही से विचार नहीं किया।

एक निजी समाचार चैनल को दिए साक्षात्‍कार में शौरी ने कहा सरकार ने काले धन के खिलाफ फैसला लिया है लेकिन उस फैसले से होने वाली परेशानियों का सही से आकलन नहीं किया गया।

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प्रधानमंत्री मोदी को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया कि क्या नरेंद्र मोदी के फैसले को वह क्रांतिकारी फैसला मानते हैं तो उनका जवाब था, 'कुएं में कूदना भी क्रांतिकारी, खुदकुशी करना भी क्रांतिकारी कदम होता है।'

शौरी ने इस फैसले को गलत बताते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता इससे काले धन पर लगाम लगेगा । शौरी ने कहा, 'काला धन नकद के रूप में नहीं होता बल्कि वह सोना, संपत्ति और शेयर बाजारों में लगा होता है।'