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नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय मूल के लेखक वीएस नायपॉल का हुआ निधन

नायपॉल की पत्नी ने उनकी मृत्यु की पुष्टि करते हुए बताया कि उनका निधन शनिवार को लंदन में हुआ।

Updated on: 12 Aug 2018, 10:42 AM

नई दिल्ली:

नोबेल पुरस्कार विजेता वी.एस. नायपॉल का 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्हें 1971 में बुकर प्राइज और 2001 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। नायपॉल की पत्नी ने उनकी मृत्यु की पुष्टि करते हुए बताया कि उनका निधन शनिवार को लंदन में हुआ। 

उन्होंने बयान में कहा, 'उन्होंने जो कुछ हासिल किया था वह बहुत बड़ा था और उनके आखिरी वक्त वह लोग पास थे जिनसे वह प्यार करते थे। उन्होंने रचनात्मकता और उद्यमिता से भरी जिंदगी जी।'

 'ए बेंड इन द रिवर' और 'अ हाउस फॉर मिस्टर बिस्वास' उनकी चर्चित कृतियां हैं। नायपॉल की पहली किताब 'द मिस्टिक मैसर' 1951 में प्रकाशित हुई थी। 2008 में 'द टाइम्‍स' ने 50 महान ब्रिटिश लेखकों की सूची में नायपॉल को 7वां स्‍थान दिया था। उनकी कुछ और मशहूर कृतियों में 'इन ए फ्री स्‍टेट' (1971), 'ए वे इन द वर्ल्‍'ड (1994), 'हाफ ए लाइफ' (2001) और 'मैजिक सीड्स' (2004) हैं।

विद्याधर सूरजप्रसाद नायपॉल ने 30 से ज्यादा किताबें लिखीं। भारतीय सिविल सर्विस के अधिकारी के बेटे नायपॉल का जन्म त्रिनिदाद में हुआ। इंग्लैंड में बसने से पहले उन्होंने ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी साहित्य का अध्ययन किया।  अपने जीवन का ज्यादातर समय सफर करते हुए गुजारा और वह आधुनिक यायावरी का प्रतीक बनकर उभरे। उन्होंने औपनिवेशिक काल के बाद आए परिवर्तनों और परेशानियों का भी उल्लेख अपनी रचनाओं के माध्यम से किया।

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वह प्रतिष्ठित बुकर प्राइज जीतने वाले पहले विजेताओं में से हैं। 'इन अ फ्री स्टेट' किताब के लिए 1971 में उन्हें ब्रिटेन का प्रमुख साहित्य पुरस्कार 'बुकर प्राइज' मिला। नायपॉल ने पहली शादी पेट्रीसिया एन. हेल से वर्ष 1955 में की थी लेकिन वर्ष 1996 में पेट्रीसिया का निधन हो गया और उसी वर्ष नायपॉल ने पाकिस्तानी पत्रकार नादिरा अल्वी से विवाह कर लिया था।

(आईएएनएस से इनपुट के साथ)