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राफेल डील पर राहुल के आरोपों से तिलमिलाई BJP, पेश करेगी विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील पर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।

Updated on: 20 Jul 2018, 10:44 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील पर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर अंदाज़ में कहा कि मोदी 'चौकीदार' नहीं, बल्कि 'भागीदार' हैं और 'जुमला छोड़ते' हैं।

अपने लगभग 45 मिनट के संबोधन में राहुल गांधी ने बीजेपी के राष्ट्रीय सुरक्षा के नारे की धज्जियां उड़ाते हुए कहा, 'मोदी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर झूठ बोला है और अपनी अनौपचारिक वार्ता में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सामने डोकलाम मुद्दा नहीं उठाकर सैनिकों को धोखा दिया है।'

राफेल सौदे पर सरकार के खिलाफ 'निराधार आरोप' लगाने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का एक प्रस्ताव पेश किया।

बीजेपी सांसद प्रह्लाद जोशी ने एक बयान में कहा, 'चर्चा के दौरान, उन्होंने राफेल सौदे के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर और निराधार आरोप लगाए।'

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राहुल ने अपने भाषण के दौरान कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के कार्यकाल में प्रति विमान की कीमत 520 करोड़ रुपये थी, लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस गए तो 'कुछ जादुई शक्ति' की वजह से प्रति विमान कीमत 1,600 करोड़ रुपये हो गई।

बयान के अनुसार, 'राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री के दबाव में, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने देश से झूठ बोला। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री ने डोकलाम के मुद्दे पर चीन के साथ सौदा करके खुद की सेना को धोखा दिया।'

बयान के अनुसार, राहुल गांधी का बयान निराधार, दुर्भावना से ग्रस्त और प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री को बदनाम करने की कोशिश है। यह सदन के सदस्यों को भटकाने के लिए किया गया।

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