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आखिर क्यों नितिन गडकरी ने कहा, बीजेपी के कुछ नेताओं को कम मुंह खोलना चाहिए ?

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि बीजेपी के कुछ नेताओं को काम देने की जरूरत है, ताकि वो काम करने में ज्यादा ध्यान दे ना कि बोलने में.

Updated on: 20 Dec 2018, 06:55 AM

नई दिल्ली:

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि बीजेपी के कुछ नेताओं को काम देने की जरूरत है, ताकि वो काम करने में ज्यादा ध्यान दे ना कि बोलने में. एक मीडिया चैनल से बात करते हुए गडकरी ने कहा कि बीजेपी के कुछ नेता मीडिया से ज्यादा बात करते हैं और उन्हें कम बोलने की जरूरत है. राफेल विमान सौदे पर बीजेपी द्वारा एक दिन में 70 प्रेस कॉन्फ्रेंस किए जाने के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कहा, 'हमारे पास इतने नेता हैं, और हमें उनके सामने (टीवी पत्रकारों) बोलना पसंद है, इसलिए हमें उन्हें कुछ काम देना है.'

इसके साथ ही गडकरी ने एक फिल्म 'बांबे टू गोवा' का एक सीन का जिक्र करते हुए कहा कि फिल्म में एक सीन था कि बच्चे को माता पिता को खाने से रोकने के लिए मुंह में कपड़ा डाल देते हैं. वैसे ही हमारी पार्टी में भी कुछ लोगों हैं जिन्हें ऐसे ही कपड़े की जरूरत है.

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इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ना तो मैं और ना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी कार्यक्रम के बाद मीडिया को बाइट देते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के ज्यादातर आरोप की कोई प्रासंगिकता नहीं है और उनका जवाब भी देना जरूरी नहीं है. राफेल सौदे की जांच पर उन्होंने कहा कि क्या जेपीसी सुप्रीम कोर्ट से बड़ी है.