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टॉर्च लाइट में आंख का ऑपरेशन पर सख्त मानवाधिकार आयोग, योगी सरकार को नोटिस भेज 2 हफ्ते में मांगा जवाब

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने टॉर्च लाइट में 32 लोगों के ऑपरेशन मामले में संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है।

Updated on: 27 Dec 2017, 08:22 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने टॉर्च लाइट में 32 लोगों के ऑपरेशन मामसे में संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है। एनएचआरसी ने यूपी सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी अपने सवालों पर दो हफ्ते के अंदर जवाब दाखिल करने को कहा है।

एनएचआरसी ने उन 32 लोगों की जानकारी मांगी है जिनका उन्नाव के नवाबगंज, प्राइमरी हेल्थ सेंटर में ऑपरेशन किया गया था। साथ ही यह भी पूछा है कि क्या वो ऑपरेशन के बाद सामान्य तौर पर या साफ देख पा रहे हैं।

एनएचआरसी ने पूछा है कि ऑपरेशन के वक्त अस्पताल में बिजली (पावर बैकअप) क्यों नहीं थी। एनएचआरसी ने पूछा है कि डॉक्टर्स और अस्पताल के प्रबंधकों के खिलाफ टॉर्च में आंखों के ऑपरेशन करने पर क्या कार्रवाई की गई है।

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क्या इससे पहले भी डॉक्टर्स बिना बिजली के टॉर्च लाइट में ऑपरेशन करते रहे हैं। साथ ही एनएचआरसी ने पूछा है कि अस्पताल में बिजली जाने की स्थिति में रोशनी के लिए क्या व्यवस्था होती है।

बता दें कि सोमवार को उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले से एक ऐसा मामला सामने आया था जहां नवाबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देर रात टॉर्च की रोशनी में 32 मरीजों की आंख का ऑपरेशन किया गया था।

इस मामले से सामने आने के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने वहां के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को निलंबित कर दिया था।

इस मामले में मुख्य विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर सरकार को आड़े हाथों लिया है। अखिलेश ने लिखा है कि, 'सरकार के दिए 'अंधेरे' ने आंखों की रौशनी छीन ली! बिजली आपूर्ती के खोखले वादों की पोल खुल गई। दुखद।'

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