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नवाज़ शरीफ ने माना मुंबई हमले में शामिल थे पाक आतंकी, ट्रायल में देरी पर भी उठाए सवाल

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने माना है कि मुंबई में हुए 26/11 हमलों के पीछे पाकिस्तान के आंतकियों का हाथ था। डान को दिये इंटरव्यू में नवाजड शरीफ ने इस बात को कुबूल किया है।

Updated on: 12 May 2018, 07:42 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने माना है कि मुंबई में हुए 26/11 हमलों के पीछे पाकिस्तान के आंतकियों का हाथ था। डॉन को दिये इंटरव्यू में नवाज़ शरीफ ने इस बात को कबूल किया है।

भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण नवाज़ शरीफ को चुनाव लड़ने और पीएम पद के लिए अयोग्य ठहराया गया है। लेकिन उनकी इस स्वीकारोक्ति से पाक के दावों की हवा निकल गई है कि मुंबई हमले में पाकिस्तान का हाथ नहीं था।

उन्होंने मुल्तान में रैली से पहले डॉन को दिये इंटरव्यू में शरीफ ने कहा है, 'पाकिस्तान में अतंकी संगठन सक्रिय हैं और आप उन्हें नॉन स्टेट एक्टर्स कहें। लेकिन क्या हम उन्हें ये इजाज़त दे सकते हैं कि वो सीमा पार करें और मुंबई में 150 लोगों को मार दें। हम क्यों नहीं उनका ट्रायल पूरा कर सकते हैं।'

उन्होंने आगे कहा, 'ये पूरी तरह से अस्वीकारणीय है (नॉन स्टेट एक्टर्स को आतंकवाद के लिये सीमा पार कराएं)। राष्ट्रपति पुतिन ने ये कहा है। राष्ट्रपति शी ने कहा है।'

मुंबई हमले पर रावलपिंडी आतंकरोधी कोर्ट में चल रही सुनवाई को रोक दिया गया है।

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पीएम के पद से हटने के कई महीने के बाद नवाज़ शरीफ ने इतना बड़ा बयान दिया है। साथ ही मुंबई हमलों के आरोपियों की पाकिस्तान की कोर्ट में सुनवाई में हो रही देरी पर भी सवाल उठाया।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने खुद को अलग-थलग कर लिया है।

इंटरव्यू में शरीफ ने कहा, 'हमने खुद को अलग-थलग कर लिया है। बलिदान देने के बाद भी हमारे पक्ष को नहीं सुना जा रहा है। अफगानिस्तान की बात सुनी जा रही है, लेकिन हमारी नहीं। हमें ये देखना होगा।'

उन्होंने मिलिटरी और कोर्ट पर टिप्प्णी करते हुए कहा, 'आप तीन समानांतर सरकारों के होते हुए देश नहीं चला सकते हैं। इसे रोकना होगा। सिर्फ एक ही सरकार हो सकती है- संवैधानक सरकार।'

नवाज़ शरीफ और सेना के साथ संबंध 2016 में कफी खराब हो गए थे जब उन्होंने कहा था कि पाक की ज़मीन पर पैदा हो रहे आतंक के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिये नहीं तो पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ जाएगा।  

पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ को पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल जुलाई दोषी ठहराया था। साथ ही उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।

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