logo-image

पाकिस्तान जाकर बुरे फंसे नवजोत सिंह सिद्धू, बिहार के बाद कानपुर में हुआ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज

अधिवक्ता प्रियांशु सक्सेना की ओर से दायर की गई इस याचिका में कहा गया है कि दुश्मन देश के सेना प्रमुख से गले मिलना देशद्रोह है।

Updated on: 22 Aug 2018, 09:28 AM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के नए पीएम इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाने के मामले में अब सिद्धू पर बिहार के मुजफ्फरपुर के बाद उत्तर प्रदेश के कानपुर की एक अदालत ने देशद्रोह के आरोप वाली याचिका को मंजूर कर लिया है। इस मामले की सुनवाई 27 अगस्त को होगी।

अधिवक्ता प्रियांशु सक्सेना की ओर से दायर की गई इस याचिका में कहा गया है कि दुश्मन देश के सेना प्रमुख से गले मिलना देशद्रोह है। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाया है जो कि देशद्रोह की श्रेणी में आने वाला अपराध है, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

सक्सेना ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू पकिस्तान गए थे और वहां आर्मी चीफ के गले मिले। इस मामले में मेरे पास जो भी साक्ष्य है, उसको मैं कोर्ट के सामने प्रस्तुत करूंगा।

इससे पहले सिद्धू पर बिहार की मुजफ्फरपुर अदालत में भी कुछ इस तरह का मुकदमा दर्ज किया गया। सीजेएम की अदालत में मुकदमा दर्ज कराते हुए याचिकाकर्ता अधिवक्‍ता सुधीर ओझा ने भारतीय सेना का अपमान करने का आरोप लगाया।

और पढ़ें: पाकिस्तान विवाद पर कांग्रेस की मांग, इमरान खान को लिखा खत सार्वजनिक करें पीएम मोदी

वहीं पाकिस्तान के नव-निर्वाचित प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने अपने मित्र और पूर्व भारतीय क्रिकेटर का बचाव किया है। 

नवजोत सिंह सिद्धू के बचाव में आए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं सिद्धू का पाकिस्तान आने के लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि सिद्धू शांति के दूत हैं और उन्हें पाकिस्तान के लोगों ने काफी प्यार दिया।

इमरान ने कहा कि भारत में जो लोग सिद्धू पर हमला कर रहे हैं वे लोग इस पूरे उपमहाद्वीप में शांति के प्रयासों पर प्रहार कर रहे हैं और बिना शांति के इस इलाके में विकास संभव नहीं है।

और पढ़ें: पाकिस्तान जाने पर नवजोत सिंह सिद्धू ने दी सफाई, कहा अटल, मोदी ने भी किया था दौरा

उन्होंने कहा कि गरीबी दूर करने के लिए और इस उपमहाद्वीप में लोगों के विकास के लिए दोनों देशों में मतभेद भुलाकर बातचीत करना चाहिए और व्यापार को फिर चालू करना चाहिए।

इमरान खान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को आगे आकर बातचीत आरंभ करना होगा और कश्मीर समेत सभी विवादित मुद्दों का समाधान निकालना होगा।