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करुणानिधि और पीएम मोदी के बीच चेन्नई में हुई 'खास' मुलाकात

पीएम मोदी और करुणानिधि की मुलाकात राजनीतिक लिहाज से खास मानी जा रही है। मोदी एक स्थानीय समाचार पत्र के 75वीं जयंती समारोह में शामिल होने के लिए चेन्नई पहुंचे थे।

Updated on: 06 Nov 2017, 03:16 PM

highlights

  • तमिलनाडु में डीएमके के मुकाबले एआईएडीएमके की करीबी मानी जाती है बीजेपी
  • करुणनिधि से पीएम मोदी की मुलाकात से अटकले तेज
  • निर्मला सीतारमण भी थी मौजूद, सूत्रों के मुताबिक मोदी ने करुणानिधि को दिया दिल्ली आने का न्योता

नई दिल्ली:

चेन्नई दौरे पर पहुंचे प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को डीएमके अध्यक्ष और तमिलानडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि से उनके आवास पर मुलाकात की। मोदी एक स्थानीय समाचार पत्र की 75वीं जयंती समारोह में शामिल होने के लिए चेन्नई पहुंचे थे।

पीएम ने करुणानिधि से उनके गोपालपुरम स्थित निवास पर मुलाकात की। यह पहला मौका है, जब मोदी ने करुणानिधि से उनके निवास स्थान पर मुलाकात की।

बहरहाल, पीएम मोदी और करुणानिधि की मुलाकात राजनीतिक लिहाज से खास मानी जा रही है। दरअसल, तमिलनाडु में अब तक बीजेपी को एआईएडीएमके का ही करीबी माना जाता रहा है।

यह भी कहा जाता रहा है कि जयललिता के निधन के बाद दो धड़ों में बंटी एआईएडीएमके को एक करने में बीजेपी की भूमिका अहम रही थी। ऐसे में मोदी का करुणानिधि से मिलना नए राजनीतिक सवाल उठा रहा है क्योंकि डीएमके और एआईएडीएमके धुर-विरोधी माने जाते रहे हैं।

पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं। इससे पहले करुणानिधि के बेटे और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष एम. के. स्टालिन पीएम मोदी को रिसीव करने दरवाजे तक पहुंचे थे।

मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब स्टालिन केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। स्टालिन ने केंद्र पर तमिलनाडु में समानांतर सरकार चलाने का आरोप लगाया है। उनका साथ ही कहना है कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने 2014 के लोकसभा चुनाव में किए गए वादों को पूरा नहीं किया।

सूत्रों के मुताबिक, मोदी ने करुणानिधि को दिल्ली में अपने आवास पर भी आने का न्योता दिया है। दोनों नेताओं के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत हुई। मोदी से मुलाकात के बाद व्हीलचेयर पर बैठे करुणानिधि घर के दरवाजे के पास आए और हाथ हिलाकर बाहर खड़े डीएमके कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।

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