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13 Points Roster को लेकर अध्‍यादेश लाने जा रही सरकार, कैबिनेट की बैठक में हुआ फैसला

13 Points Roster को लेकर अध्‍यादेश लाने जा रही सरकार, कैबिनेट की बैठक में हुआ फैसला

Updated on: 07 Mar 2019, 01:28 PM

नई दिल्ली:

13 Point Roster System को लेकर केंद्र सरकार अध्‍यादेश लाने जा रही है. आज गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया. कैबिनेट की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने बताया, यूनिवर्सिटी में भर्तियां अब पुराने 200 पॉइंट रोस्टर के मुताबिक होंगी. 13 पॉइंट रोस्टर लागू होने से भर्ती में रिजर्वेशन समाप्त हो गया था. अरुण जेटली ने यह भी बताया, आज की कैबिनेट की मीटिंग में कई मुद्दे थे. 

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क्या है 13 Point Roster System

13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम एक ऐसा रिजर्वेशन सिस्टम है जिसके द्वारा यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (UGC)के द्वारा अप्रूव्ड कॉलेज और यूनिवर्सिटी में टीचरों और प्रोफेसरों को नियुक्तियां की जाएगी हैं. 13 प्वाइंट रोस्टर सिस्टम के तहत किसी डिपार्टमेंट में आई नियुक्तियों को एक निश्चित तरीके से भरा जाएगा. यानि अगर किसी विभाग में 4 नियुक्तियां होनी है तो तो शुरूआत की 3 नियुक्तियों के लिए पोस्ट पर General कैटेगरी और चौथे स्थान को OBC कैटेगरी में रजिस्टर करना होगा और जब अगली वैकेंसी आएगी तब इस प्रक्रिया के हिसाब से जब पांचवीं भर्ती संख्या 1 से न शुरू होकर 5 से शुरू होगी और इसे आगे रजिस्टर में दर्ज करना होगा. अब इसी प्रक्रिया को 13 प्वाइंट तक चलाना होगा.

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ऐसे काम करता है 13 point Roster System 

  • इस सिस्टम के मुताबिक शुरूआत के तीन पद पद अनारक्षित रहेंगे.
  • चौथा पद OBC को दिया जाएगा.
  • पांचवा और छठा पद फिर से अनारक्षित रहेगा.
  • सातवां पद SC को दिया जाएगा.
  • आठवां पद फिर से OBC को मिलेगा.
  • नौवां, दसवां और ग्यारहवां पद फिर से अनारक्षित रहेगा.
  • बारहवां पद फिर से OBC को मिलेगा.
  • अंत में तेरहवां पद ST को दिया जाएगा.

अब अगर डिपार्टमेंट में चौदहवां पद आता है तो फिर से यही प्रक्रिया आगे दोहराई जाएगी.

कहां से आया 13 Point Roster System 

बता दें कि UPA के कार्यकाल में उच्च शिक्षण संस्थानों में OBC आरक्षण लागू करने का मामला आया था. इसके बाद सरकार ने UGC को एक पत्र लिखकर आरक्षण के नियमों को स्पष्ट करने कि लिए कहा. इसके बाद प्रोफ़ेसर रावसाहब काले की अध्यक्षता में एक समिति बनी और 200 प्वाइंट रोस्टर अस्तित्व में आया. इस रोस्टर में यूनिट विश्वविद्यालय को बनाया गया और उसी आधार पर आरक्षण लागू करने की बात की गई.