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बीजेपी के सहयोग से नीतीश बने सीएम, अखिलेश बोले- ना ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे

बिहार में महागठबंधन की टूट के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार पर चुटकी ली है।

Updated on: 27 Jul 2017, 03:53 PM

highlights

  • नीतीश ने बीजेपी के सहयोग से बनाई सरकार, महागठबंधन तोड़ा
  • अखिलेश ने नीतीश पर साधा निशाना, ना ना करते, प्यार तुम्हीं से कर बैठे
  • नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सीएम पद की ली शपथ, सुशील मोदी बने उप-मुख्यमंत्री

नई दिल्ली:

बिहार में महागठबंधन की टूट के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार पर चुटकी ली है। उन्होंने बॉलीवुड फिल्म 'जब जब फूल खिले' के गाने की लाइनें सोशल मीडिया पर लिखी है।

अखिलेश ने ट्वीटर पर लिखा, 'ना ना करते, प्यार तुम्हीं से कर बैठे, करना था इंकार मगर इक़रार तुम्हीं से कर बैठे। Bihar Today.'

आपको बता दें की गुरुवार सुबह तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विरोधी रहे नीतीश कुमार ने बीजेपी के सहयोग से बिहार में सरकार बनाई है।

नीतीश कुमार ने गुरुवार को महागठबंधन तोड़ने के बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

उन्हें बिहार के राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री और सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री के तौर पर पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

पूर्व में भी सुशील मोदी नीतीश मंत्रिमंडल में बतौर उपमुख्यमंत्री शामिल रह चुके हैं। इस समारोह में बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई नेता शामिल हुए। शपथ लेने के बाद सुशील मोदी ने कहा कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।

गौरतलब है कि बुधवार की शाम नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके साथ ही 20 महीने पुरानी महागठबंधन की सरकार गिर गई थी। इस इस्तीफे के पीछे कारण राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी के साथ नीतीश की तनातनी को माना जा रहा है।

तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन नीतीश के कहने के बावजूद उन्होंने इन आरोपों का तथ्यात्मक जवाब नहीं दिया। इसके बाद बीजेपी ने नीतीश कुमार में आस्था प्रकट करते हुए उनके नेतृत्व में बनने वाली सरकार का समर्थन देने की घोषणा की।

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इसके तुरंत बाद जेडीयू और बीजेपी के विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुन लिया गया, जिसके बाद उन्होंने राजभवन पहुंचकर सरकार बनाने का दावा पेश किया।

राजभवन को नीतीश ने 131 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा है। राजभवन ने नीतीश कुमार को दो दिनों के भीतर विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहा है।

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नीतीश कुमार ने छठी बार बिहार की कमान संभाली है। नीतीश इसके पूर्व तीन मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक, 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक, 26 नवंबर 2010 से 19 मई 2014 तक, 22 फरवरी 2015 से 19 नवंबर 2015 और 20 नवंबर 2015 से अब तक बिहार की कमान संभाल चुके हैं।