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मुबंई हमला: आतंकियों की गोली से कैसे बचा इजरायल का बेबी मोशे, जानिए पूरी कहानी

आज मुबंई में हुए 26/11 हमले को 9 साल पूरे होने को है। 72 घंटे तक चले इस आतंकी हमले में करीब 164 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।

Updated on: 28 Nov 2017, 11:15 PM

नई दिल्ली:

आज मुबंई में हुए 26/11 हमले को 9 साल पूरे होने को है। 72 घंटे तक चले इस आतंकी हमले में करीब 164 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। लेकिन मम्मी-पापा के साथ मुंबई के नरीमन हाउस में मौजूद बेबी मोशे बच गया था।

इजरायल का रहने वाला 2 साल मोशे अब बड़ा हो गया। मोशे ने इस साल जुलाई में इजराइल गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात भी की थी।

26/11 की भयानक रात

साल 2008 26 नवंबर को मुबंई के नरीमन हाउस में मोशे अपने माता पिता रब्बाई गैव्रिएल हॉल्ट्जबर्ग और मां रिव्का और आया सैंड्रा के साथ मौजूद था। इस हमले में सैंड्रा ने ही मोशे को बचाया था।

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एक इंटरव्यू के दौरान सैंड्रा ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर वह कमरे में छुप गई थी। अगली सुबह मोशे की रोने की आवाज सुनकर जब सैंड्रा वहां पहुंची तो उसके माता-पिता की मौत हो चुकी थी। और मोशे वहां बैठा हुआ था।

बाद में मोशे अपने दादा-दादी के साथ इजराइल चला गया। मोशे की साथ सैंड्रा भी इजराइल चली गई। जिसे बाद में वहां की सरकार ने नागरिकता दे दी और बहादुरी के लिए सम्मानित भी किया।

पीएम मोदी से हुई थी मुलाकात

10 साल के हो चुके मोशे ने इजराइल में पीएम मोदी के साथ मुलाकात के दौरान नारीमन हाउस का डायरेक्टर बनने की इच्छा जताई थी। उन्होंने पीएम मोदी को एक तस्वीर भी गिफ्ट की थी। साथ ही कहा था कि उन्हें भारत से प्यार है।

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मोशे ने कहा था, 'डियर मिस्टर मोदी मैं आपसे और भारत के लोगों से प्यार करता हूं। मैं आपसे कहना चाहता हूं आप मुझे हमेशा प्यार करना और मेरे माता पिता को याद रखना। मैं आपको तोहफा देना चाहता हूं जिससे आप मुझे हमेशा याद रखे।'

इस बच्चे को दुनिया भर से सहानुभूति मिली और बेबी मोशे आतंक के खिलाफ एक आवाज बनकर उभरा।