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चित्रकूट से अगवा किए गए दो बच्चों के शव यूपी के बांदा नदी से बरामद, धारा 144 लागू

करीब दो सप्ताह पहले मध्य प्रदेश के सतना से अगवा किए गए दो बच्चों का शव आज उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक नदी से बरामद हुई है.

Updated on: 24 Feb 2019, 03:16 PM

नई दिल्ली:

करीब दो सप्ताह पहले मध्य प्रदेश के सतना से अगवा किए गए दो बच्चों का शव आज उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक नदी से बरामद हुई है. बीते 12 फरवरी को चित्रकूट स्थित सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा संचालित सद्गुरु पब्लिक स्कूल से बस से लौट रहे तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के दो बेटो प्रियांश और श्रेयांश (दोनों की उम्र पांच वर्ष) को दो नकाबपोशों ने अपहृत कर लिया था. इस घटना ने हर किसी झकझोर कर रख दिया है. खबरों के मुताबिक घटना से आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आए हैं इसलिए चित्रकूट में अभी धारा-144 लागू कर दी गई है.

एमपी पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं इस मामले ने राजनीतिक मोड़ लेना भी शुरू कर दिया है. प्रदेश सरकार और राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर विपक्ष ने  कई सवाल उठाए हैं.

यूपी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले पर एक ट्वीट करते हुए लिखा 'आज बांदा में दो मज़लूम बच्चों की लाशें मिलीं. उनकी जानें गयीं और एक परिवार का भविष्य उजड़ गया. सरकारों की ज़िम्मेदारी है कि हर नागरिक को सुरक्षित रखे और दुःख है कि हाल यह है कि मां बाप बच्चों को स्कूल भेजने से भी डरेंगे! देश की क़ानून व्यवस्था अब इससे ज़्यादा क्या बिगड़ेगी?'

एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'दुर्भाग्यपूर्ण घटना इस मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहना है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हमें उम्मीद थी कि सरकार और प्रशासन इसे गंभीरता से लेगी और बच्चों को बचाएगी. इस घटना ने मुझे हिला कर रख दिया है'

वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चित्रकूट के सद्गुरु पब्लिक स्कूल से विगत दिनों अपहृत हुए दो जुड़वा भाई श्रेयांश और प्रियांश के सकुशल वापस नहीं मिलने की घटना को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि इस घटना ने मुझे झकझोर दिया है.

कमलनाथ ने इस मामले में बच्चों के परिजनों से फोन पर चर्चा कर उन्हें सांत्वना दी और कहा कि निश्चित तौर पर यह घटना बेहद दुखद है. मुझे खुद इस बात का अफसोस है कि हम बच्चों को सकुशल वापस नहीं ला पाए. मेरी पूरी सरकार इस दुख की घड़ी में आपके साथ खड़ी है. हम निश्चित ही दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे. यह मैं आपको विश्वास दिलाता हूं.

एसपी सतना संतोष कुमार गौर ने बताया कि इस घटना में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, सभी इंजिनियरिंग के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि आरोपियों में से पांच यूपी के और एक एमपी का रहने वाला है. जिस ट्रस्ट के स्कूल में बच्चे पढ़ते थे, उसी ट्रस्ट में आरोपी भी काम करते थे. एक आरोपी बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था. संदेह है कि उसी ने घटना की साजिश रची है.

रीवा के आईजी चंचल शेखर ने कहा कि इस मामले का मुख्य आरोपी पद्म शुक्ला है. अन्य आरोपी के नाम हैं- रामकेश, पिंटा यादव, राकेश द्विवेदी, आलोक सिंह और विक्रमजीत सिंह। हालांकि, आईजी ने साफ किया कि पद्म शुक्ला का छोटा भाई विष्णुकांत बजरंग दल का एरिया-कोऑर्डिनेटर है, लेकिन उसका इस केस में कोई रोल नहीं है. इस वारदात में कार और बाइक का इस्तेमाल किया गया. बाइक पर प्लेट नंबर की जगह राम राज्य लिखा था और कार में बीजेपी का झंडा लगा था. आरोपियों ने बच्चों को 21 फरवरी को ही मार दिया था.

बता दें कि ये सारी वारदात स्कूल बस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. जिसके बाद सोशल मीडिया पर घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो हुआ था. जिससे पता जिससे पता चला कि बच्चे बस में अपनी मस्ती में हैं, तभी बस को रुकवाया जाता है और चेहरा ढके दो युवक बस में चढ़ते हैं, और बस में लगे सीसीटीवी कैमरे को बंद करने के कोशिश करते हैं. उसके बाद दो बच्चों को उतारकर वो मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो जाते हैं.

इस घटना के बाद पुलिस ने जिले की सभी सीमाएं सील कर के आरोपियों की तलाश तेज कर दी थी. साथ ही आरोपियों पर 50 हजार रुपये इनाम घोषित किया गया था.