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जाधव की रिहाई को लेकर सरकार के साथ खड़े हुए विपक्षी दल, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मांगी थरूर से मदद

पाकिस्तान में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा दिए जाने के खिलाफ भारत में संसद से लेकर सड़क तक आवाज उठी। संसद में इस मुद्दे पर कांग्रेस के साथ सभी विपक्षी दल आपसी राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार करते हुए सरकार के साथ खड़े नजर आए।

Updated on: 12 Apr 2017, 08:29 AM

highlights

  • कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा दिए जाने के खिलाफ भारत में संसद से लेकर सड़क तक आवाज उठी
  • संसद में इस मुद्दे पर कांग्रेस के साथ सभी विपक्षी दल मतभेदों को दरकिनार करते हुए सरकार के साथ खड़े नजर आए

New Delhi:

पाकिस्तान में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा दिए जाने के खिलाफ भारत में संसद से लेकर सड़क तक आवाज उठी। संसद में इस मुद्दे पर कांग्रेस के साथ सभी विपक्षी दल आपसी राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार करते हुए सरकार के साथ खड़े नजर आए।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुलभूषण जाधव के मसले को उठाया, जिस पर जवाब देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कुलभूषण जाधव भारत का बेटा है और उसकी रिहाई के लिए 'भारत सरकार हर संभव कोशिश करेगी।'

इसके बाद स्वराज ने पाकिस्तान की सैन्य अदालत के फैसले को चुनौती देने के लिए कांग्रेसी नेता शशि थरूर से मदद मांगी ताकि निंदा प्रस्ताव को तैयार किया जा सके। स्वराज की अपील के बाद थरुर ने पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से अनुमति मांगी और उनकी तरफ से हां किए जाने के बाद उन्होंने प्रस्ताव तैयार करने के लिए हामी भर दी।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को पाकिस्तान की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि भारतीय जासूस होने के आरोप में कुलभूषण जाधव को मौत की सजा दिया जाना अंतर्राष्ट्रीय कानूनों एवं संधियों पर हमला है।

थरूर ने लोकसभा में कहा, 'पाकिस्तान जो कर रहा है, वह न सिर्फ भारत पर हमले जैसा है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय कानूनों एवं संधियों पर भी हमला है, जिससे सभी प्रभावित होंगे।'

थरूर ने कहा, 'कुछ ऐसे देश हैं, जो पाकिस्तान को आर्थिक मदद मुहैया कराते हैं और पाकिस्तान सेना को हथियारों की आपूर्ति करते हैं। उन देशों को हमें जरूर बताना चाहिए कि अगर आज एक भारतीय नागरिक के साथ ऐसा किया जा सकता है तो कल यही उनके नागरिकों के साथ भी हो सकता है।'

उन्होंने कहा, 'हमारे लिए अभी जो सबसे अहम बात है, वह है सिद्धांतों का समर्थन करना। जाधव से संपर्क करने के भारतीय दूतावास के 13 अनुरोधों को ठुकराया गया, जो किसी व्यक्ति का मूलभूत अधिकार है।'

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इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2008 मुंबई हमले में आरोपी जकी उर रहमान लखवी की रिहाई की निंदा को लेकर ड्राफ्ट तैयार करने में थरूर की मदद ली थी।

एआईएमआईएम सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत को जाधव को बचाने के लिए सब कुछ करना चाहिए। वहीं बीजू जनता दल (बीजद) के बी जी पांडा ने कहा कि जाधव के मुद्दे पर भारत को विश्व न्यायालय और संयुक्त राष्ट्र से संपर्क करना चाहिए।

इस बीच बीजेपी के आरा से सांसद आर के सिंह ने पाकिस्तान पर कुलभूषण जाधव की हत्या का आरोप लगाया। पूर्व गृह सचिव रहे सिंह ने कहा, 'फांसी की सजा हत्या और प्रताड़ना को छिपाने की साजिश है। अगर ऐसा नहीं है तो पाकिस्तान को भारतीय राजनयिकों को जाधव से मिलने की अनुमित देना चाहिए।'

वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान ने साफ किया कि जाधव को पूरी कानूनी प्रकियाओं और तय मानदंडों का पालन करते हुए फांसी की सजा दी गई है।

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