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तो क्या एमजे अकबर ने वाकई प्रिया रमानी के खिलाफ खड़े किए 97 वकील, जानें पूरा सच

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने उनपर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करवाया है.

Updated on: 16 Oct 2018, 09:04 AM

नई दिल्ली:

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने उनपर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करवाया है. मानहानि का मामला दर्ज होने के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि प्रिया रमानी के खिलाफ अकबर 97 वकील उतार रहे हैं. दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में 15 अक्तूबर को दिए 'आपराधिक मानहानि केस' के वकालतनामे में एमजे अकबर के वकील ने लिखा है कि 'इस केस में एमजे अकबर की तरफ से 97 वकील मुकर्रर किए गए हैं'.

जिसके बाद कई लोग प्रिया रमानी के पक्ष में खड़े होकर एमजे अकबर पर निशाना साधा है. वरिष्ठ पत्रकार मृणाल पाण्डेय ने ट्वीट कर कहा, 'प्रिया रमानी के ख़िलाफ़ एमजे अकबर, उनके 97 वकील, उसमें अगर 56 भी जोड़ लिया जाए तो वो भी सवा करोड़ से बहुत कम बैठता है.

इसके साथ भी कई जाने माने चेहरे इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. हालांकि केंद्रीय मंत्री की ओर से जिस लॉ फर्म ने यह कंप्लेंट दायर की है, उसने खुद सच सामने रखा है. फॉर्म हाउस के प्रवक्ता वकील संदीप कपूर ने कहा कि हमारी लॉ फर्म हैं और जब भी हम फर्म की तरफ से कोई याचिका दायर करते हैं तो हमें अपनी फर्म के तहत रजिस्टर्ड सभी वकीलों के नामों का जिक्र वकालतनामे पर करना होता है.

उन्होंने बताया कि यह महज एक प्रक्रिया है जिसका पालन हमने किया है. वकालतनामे में 6 वकीलों के साइन हैं और केवल वे ही इस केस की कार्रवाई में कोर्ट के सामने पेश होंगे.

वहीं, पत्रकार प्रिया रमानी  ने कहा कि अकबर धमकी और उत्पीड़न के जरिए आवाज बंद करने की कोशिश कर रहे हैं.उन्होंने कहा, 'मैं काफी निराश हूं कि केंद्रीय मंत्री ने कई महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों को राजनीतिक साजिश करार देते हुए खारिज कर दिया. मेरे खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करके अकबर ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है.'

उन्होंने कहा, 'अनेक महिलाओं द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों का सामना करने के बजाय वह (अकबर) धमकी और उत्पीड़न के माध्यम से मुंह बंद कराना चाहते हैं.'

रमानी ने जोर देकर कहा कि वह मानहानि के आरोपों का सामना करेंगी. उन्होंने कहा, 'क्योंकि सच और पूर्ण सच ही मेरा बचाव है.'

बता दें कि रमानी ने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. अकबर पर 'मीटू' अभियान के जरिए यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली कई महिलाओं में प्रिया रमानी भी शामिल हैं. इन महिलाओं का आरोप है कि द एशियन एज और अन्य प्रकाशनों के संपादक की हैसियत से अकबर ने उनका यौन-उत्पीड़न किया. 

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