logo-image

#MeToo: भारत लौटने के बाद एमजे अकबर ने PMO को पत्र लिखकर दी सफाई, सरकार जल्द लेगी फैसला

बता दें अपने समय के मशहूर संपादक और वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.

Updated on: 14 Oct 2018, 03:44 PM

नई दिल्ली:

#MeToo कैंपेन में कई महिलाओं की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर भारत वापस लौट आए हैं. एयरपोर्ट से निकलते ही पत्रकारों के सवालों पर अकबर ने कहा कि इस मामले पर बाद में बयान जारी किया जाएगा. इस दौरान उनसे इस्तीफे के बारे में भी पूछा गया लेकिन इसपर उन्होंने कुछ नहीं कहा.

वहीं सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि एम जे अकबर ने भारत लौटने के बाद पत्र लिखकर अपना पक्ष पीएमओ के सामने रखा है, जिस पर सरकार जल्द फैसला लेगी.

बता दें अपने समय के मशहूर संपादक और वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर अब तक 9 महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. उनपर पर यौन शोषण के ये आरोप संपादक रहते हुए लगाए गए हैं.

गौरतलब है कि प्रिया रमानी और प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की दो महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. प्रिया रमानी का कहना है कि एमजे अकबर ने होटल के एक कमरे में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं.

वहीं, प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की महिला पत्रकार का कहना है कि उनके साथ हुई घटना 17 साल पुरानी है. अकबर उनसे अश्लील टिप्पणियां किया करते थे और उनका जीना मुश्किल कर दिया था. वह इतने सालों तक इसलिए चुप रहीं क्योंकि उनके पास सबूत नहीं थे.

एमजे अकबर पर आरोप सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने अपना बयान जारी कर कहा था कि एमजे अकबर के खिलाफ लगाए गए यौन शोषण के आरोपों की जांच होगी.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यौन शोषण के आरोपों से घिरे एमजे अकबर से मोदी सरकार इस्तीफा ले मांग सकती है. 

उधर, कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे केंद्रीय मंत्री एम.जे. अकबर पर चुप्पी तोड़ने को कहा। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, "यह महिला की गरिमा और सुरक्षा का सवाल है। उम्मीद यही की जाती है कि कि मामले से संबद्ध मंत्री तत्काल स्पष्टीकरण देंगे।"

शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, "लेकिन, इसके साथ ही यह प्रधानमंत्री का भी कर्तव्य है, संवैधानिक कर्तव्य और नैतिक कर्तव्य है कि वह मुद्दे पर बोलें। मूल सवाल यह है कि आखिर प्रधानमंत्री ने चुप रहने का क्यों फैसला किया है। देश को बताइये कि आप का क्या नजरिया है।"

और पढ़ें: #MeToo: अब विदेशी पत्रकार ने लगाया एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप, कहा- जबरदस्ती किया था KISS

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रवार को कहा कि जिन महिलाओं ने आगे आ कर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये है, मुझे उन सब पर भरोसा है. मेनका ने कहा कि मी टू अभियान के तहत सामने आये मामलों की पड़ताल के लिए उनका मंत्रालय जल्द ही एक कमेटी गठित करेगा. इसमें वरिष्ठ न्यायिक और कानूनी अधिकारी सदस्य होंगे.

भारत में इन बड़ी हस्तियों पर यौन शोषण के आरोप

देश में अभिनेता नाना पाटेकर, आलोक नाथ, निर्देशक विकास बहल, गायक कैलाश खेर, कॉमेडियन उत्सव चक्रवर्ती, उपान्यासकार चेतन भगत, पत्रकार प्रशांत झा, गौतम अधिकारी से लेकर केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोप हैं. इन नामों के अलावा भारत में रोजाना कई नाम जुड़ते जा रहे हैं. अभी तक इस सूची में गायक अभिजीत भट्टाचार्य, गीतकार और कॉमेडियन वरुण ग्रोवर, अभिनेता रजत कपूर, तमिल सॉन्ग राइटर वैरमुत्थु, मलयालम अभिनेता मुकेश माधवन, गणेश आचार्य, राकेश सारंग पर भी यौन उत्पीड़न या छेड़छाड़ के आरोप लगे. इनमें से कई लोगों ने बयान जारी कर इन आरोपों का खंडन भी किया और सफाई दी.