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भारत ने कहा, डाकोला विवाद के हल के लिए चीन से बात करते रहेंगे

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को कहा, 'चीन के साथ हो रही हर बात को मीडिया को नहीं बता सकते। हर बात पर बयान देना जरूरी नहीं है।'

Updated on: 18 Aug 2017, 09:23 PM

highlights

  • डाकोला में जारी विवाद पर भारत ने कहा, चीन से बातचीत करते रहेंगे
  • विदेश मंत्रालय ने कहा, भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई कथित पत्थरबाजी और रॉड के इस्तेमाल की पुष्टि नहीं करता
  • भारत ने कहा, चीन की ओर से ब्रह्मपुत्र नदी में पानी के स्तर को कोई जानकारी नहीं दी गई है

नई दिल्ली:

डाकोला पर चीन की धमकी के बीच भारत ने कहा है कि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को कहा, 'चीन के साथ हो रही हर बात को मीडिया को नहीं बता सकते। हर बात पर बयान देना जरूरी नहीं है।'

उन्होंने कहा, 'डाकोला विवाद के हल के लिए हम चीन से बात करते रहेंगे।' कुमार ने कहा, 'डाकोला पर चीन के प्रोपगैंडा के वीडियो पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।'

आपको बता दें की भारत-चीन के बीच सिक्किम के डाकोला (डोकलाम) में तीन महीने पहले विवाद शुरू हुआ था। भारतीय सेना ने 16 जून को डाकोला में चीनी जवानों को सड़क बनाने से रोक दिया था।

तब से दोनों देशों की सेना आमने-सामने खड़ी है। चीन का कहना है कि पहले भारतीय सेना पीछे हटे। चीनी मीडिया ने कई बार युद्ध की धमकी दी है।

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वहीं भारत का कहना है कि यह क्षेत्र भूटान का है और चीन और भारत दोनों एक साथ डाकोला से अपने सैनिकों को हटाएं। जबकि चीन मानता है कि यह उसका क्षेत्र है और भारत को भूटान के साथ सीमा विवाद के उसके मामले से दूर रहना चाहिए।

चीन की घुसपैठ पर भारत ने क्या कहा?

15 अगस्त के दिन चीन की घुसपैठ की कोशिशों पर भारत ने कहा कि दोनों देशों के सेनाओं के बीच बातचीत हुई है। उन्होंने घुसपैठ के दौरान भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई झड़प पर कहा कि मैं पत्थरबाजी और रॉड के इस्तेमाल की पुष्टि नहीं करता।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'मैं 15 अगस्त को पैंगोंग त्सो में हुई घटना की पुष्टि कर सकता हूं। बाद में दोनों पक्षों के स्थानीय सेना कमांडरों ने इस पर चर्चा की।' उन्होंने कहा, 'हम मानते हैं कि इस तरह की घटनाएं किसी भी पक्ष के हित में नहीं है। हमें (सीमा पर) शांति बनाए रखना चाहिए।'

ब्रह्मपुत्रा पर चीन ने नहीं दी जानकारी

विदेश मंत्रालय ने कहा, 'इस साल चीन की ओर से ब्रह्मपुत्र नदी में पानी के स्तर को कोई जानकारी नहीं दी गई है।' आपको बता दें की बरसात के मौसम में पड़ोसी देश एक-दूसरे से नदियों में बढ़ते जलस्तर और बांधों से कितना पानी छोड़ा जा रहा है, इसके बारे में आंकड़े जारी करते हैं।

रवीश कुमार ने कहा, 'डाटा शेयर नहीं किये जाने को मौजूदा विवाद से फिलहाल नहीं जोरा जा सकता है। तकनीकी कारण भी हो सकते हैं।'

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