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बिना तैयारी के नोटबंदी आर्थिक इमरजेंसी जैसी: मायावती

अस्पताल में लोगों का बुरा हाल है, दवाईयां नहीं मिल रही है, लोग मर रहे हैं।

Updated on: 16 Nov 2016, 06:12 PM

highlights

  • पीएम मोदी ने 10 महीने बीजेपी नेताओं के पैसे ठिकाने लगाने में लगाए
  • सरकार ने पूंजीपतियों के लिए इंतजाम कर दिया
  • सरकार के फैसले से सबसे ज्यादा किसान परेशान हैं

नई दिल्ली:

बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले को ग़लत ठहराते हुए उन्हें निशाने पर लिया। मायावती ने कहा कि इस फ़ैसले से अमीरों को कम और ग़रीबों को ज़्यादा दिक्कत आयी है।

अस्पताल में लोगों का बुरा हाल है, दवाईयां नहीं मिल रही है, लोग मर रहे हैं। सरकार ने अगर ठीक से तैयारी की होती तो देश में अफरातफरी का माहौल नहीं होता।

मायावती यहीं नहीं रुकी उन्होंने कहा फ़िलहाल जो देश में हालात बन रहे हैं उसको देखते हुए लगता है कि देश में आर्थिक इमरजेंसी लगा दी गयी हो।

उन्होंने पीएम से सवाल करते हुए कहा कि अगर 10 महीने पहले से ही इसकी तैयारी चल रही थी तो इसके लिए सही इंतज़ाम क्यों नहीं किये गए? सरकार की तैयारी होती तो समस्या नहीं आती,10 महीने की तैयारी बहुत होती है, नोट बंद होने से देश में हाहाकार मचा हुुआ है।

उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगते हुए कहा कि सरकार ने पूंजीपतियों के काले धन को सफ़ेद करने के इंतज़ाम पहले ही कर दिए थे। 10 महीने में बीजेपी के नेताओं ने भी अपने पैसे ठिकाने लगा लिए, बड़े लोगों ने गोल्ड के जरिए अपना धन सफेद कर लिया। ऐसे में परेशान कौन हुआ? देश के किसान और ग़रीब लोग।