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जानिये पठानकोट हमले के सरगना मसूद अजहर से जुड़ी दस बड़ी बातें

पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का चीफ मसूद अजहर पहली बार 1994 में भारत आया था।

Updated on: 19 Dec 2016, 02:30 PM

New Delhi:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पठानकोट हमले के चार्जशीट में पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर और तीन अन्य आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है। हमले में 7 जवान शहीद हुए थे। ये पहली बार नहीं था, जब अजहर ने भारत के खिलाफ साजिश की हो। वह तकरीबन 30 सालों से भारत को निशाना बनाता रहा है। आइये जानते हैं इस आतंकी से जुडी 10 बड़ी बातें:

1. मसूद अजहर का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में हुआ था। वह 11 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर था। उसके पिता एक सरकारी स्कूल में शिक्षक थे और डेयरी-पोल्ट्री फ़ार्म भी चलाते थे।

2. जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही उसका रुझान कट्टरपंथी इस्लाम की तरफ हुआ। इसके बाद वह आतंकी समूह हरकत-उल-अंसार में शामिल हो गया। वहां उसका काम नए रंगरूटों को प्रेरित करना था।

3. आगे चलकर अजहर हरकत-उल-अंसार का जनरल सेक्रेटरी बन गया। नई भर्तियां करने और चंदा मांगने के सिलसिले में उसने कई देशों की यात्राएं कीं।

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4. 1993 में उसने पहली बार माना कि उसने सोमालिया की यात्रा की थी और अल कायदा के सोमाली गट से उसके सम्बन्ध थे। उसने इंग्लैंड में भी संगठन कोशिश की।

5. पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का चीफ मसूद अजहर पहली बार 1994 में भारत आया था। घाटी में हरकत-उल-अंसार अपने पाँव पसार रहा था लेकिन उसमें गुटबाजी भी चल रही थी। गुटों को समझाने के इरादे से कश्मीर आये अजहर को गिरफ्तार कर लिया गया।

6. 1995 में कई विदेशी सैलानियों का अपहरण किया गया और उन्हें छोड़ने की एवज़ में अजहर की रिहाई मांगी जाती थी। भारत इन दबावों के आगे नहीं झुका और भारत की जेल में सड़ता रहा। एक सैलानी बचकर भागने में कामयाब रहा जबकि बांकियों को आतंकियों ने मार डाला।

7. दिसंबर 1999 में भारतीय विमान आईसी 814 को हाईजैक कर लिया गया और फिर से अजहर की रिहाई मांगी गई। इस बार भारत सरकार को झुकना पड़ा और तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह अजहर को छोड़ने अफगानिस्तान के कंधार गए।

8. माना जाता है कि विमान अपहरणकर्ताओं का नेता मसूद अजहर का भाई इब्राहिम अतहर था, जो उस वक़्त प्लेन में मौजूद था। इस हाईजैक की योजना अब्दुल रौफ असगर ने बनाई थी।

9. अपनी रिहाई के कुछ ही दिन बाद अजहर ने कराची में एक बड़ी सभा को संबोधित किया जिसमें तकरीबन दस हज़ार लोग शामिल हुए। इस सभा में उसने भारत को बर्बाद करने की धमकी दी और कहा कि वह कश्मीर की आज़ादी तक चैन से नहीं बैठेगा।

10. मसूद अजहर ने कई किताबें भी लिखी हैं जिनमें मुख्यतया जिहाद पर चर्चा की गई है। एक किताब कश्मीर की आज़ादी पर भी है।