logo-image

शहीद BSF जवान की अंतिम विदाई में उमड़ा सैलाब, बेटे ने कड़ी कार्रवाई की मांग की, कहा- पिता की शहादत पर गर्व

शहीद बीएसएफ जवान नरेंद्र सिंह के साथ पाकिस्तान की बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है.

Updated on: 20 Sep 2018, 01:33 PM

नई दिल्ली:

शहीद बीएसएफ जवान नरेंद्र सिंह के साथ पाकिस्तान की बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. शहीद बीएसएफ हेड कांस्टेबल के पैतृक गांव में उन्हें आखिरी विदाई थी. पाकिस्तान की बर्बरता का शिकार हुए शहीद जवान की अंतिम विदाई में हज़ारों लोग उमड़े हुए नज़र आये. शहीद ब्सफ़ कांस्टेबल के बेटे ने पाकिस्तान की बर्बरता पर सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, 'हमारे लिए यह गर्व का विषय है. तिरंगे में हर किसी को विदाई नहीं मिलती. हम सिर्फ गर्व ही नहीं कर सकते. हमें आज गर्व है, कल फिर कोई शहीद होगा और फिर गर्व होगा। हम सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग करते है.'

आगे उन्होंने कहा, 'अभी हम गर्व महसूस कर रहे है, लेकिन दो-तीन बाद क्या होगा, जब हमें कोई मदद नहीं मिली. मेरे पिता अकेले कमाने वाले थे. मेरे पिता देश की सेवा करते हुए चले गए. मैं चाहता हूं अथॉरिटी हमारी हर संभव मदद प्रदान करें.'

और पढ़ें: पाकिस्तान सेना की हैवानियत, भारतीय जवान की निकाली आंखें, करंट लगाकर मारी गोलियां

बता दें कि जम्मू के साम्बा जिले के रामगढ़ सेक्टर में सीमा पर पाकिस्तान रेंजर और बैट कमांडो ने भारतीय जवान को अगवा किया और फिर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. 51 साल के नरेंद्र सिंह को पाकिस्तानी सैनिकों ने उन्हें घंटों बुरी तरह से तड़पाया और बर्बरता की सारी हदें पार कर दी.

सैनिकों ने पहले जवान का गला रेता और शरीर पर करंट के झटके दिए. इतने से भी मन नहीं भरा तो पाकिस्तान सैनिकों ने कायरता की सारे हदें पार कर दी. पाक सैनिकों ने शहीद BSF जवान की एक टांग काट दी और उनकी आंखें भी निकाल ली. इतनी यातनाएं देने के बाद पाक सैनिकों ने उनके शरीर पर गोलियां बरसा दी. BSF हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह 1990 में BSF में भर्ती हुए थे. 2025 में वह रिटायर हो रहे थे.नरेंद्र सिंह को सितम्बर को पाकिस्तान सैनकों ने अगवा कर लिया था.