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मराठा आरक्षण पर पिछड़ा वर्ग आयोग ने सौंपी रिपोर्ट, फडणवीस ने कहा- 1 दिसंबर को जश्न की तैयारी कर लें

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अहमदनगर में एक रैली के दौरान इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 1 दिसंबर को आप जश्न मनाने की तैयारी कर लें.

Updated on: 15 Nov 2018, 04:16 PM

मुंबई:

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे लोगों को सरकार की तरफ से राहत मिलने की जल्द संभावना है. महाराष्ट्र राज्य पिछड़ा आयोग ने गुरुवार को मराठा समुदाय के सामाजिक और आर्थिक स्थितियों पर रिपोर्ट को राज्य सरकार को सौंप दी है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अहमदनगर में एक रैली के दौरान इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 1 दिसंबर को आप जश्न मनाने की तैयारी कर लें.

फडणवीस ने कहा, 'पिछड़ा आयोग से हमने मराठा आरक्षण पर रिपोर्ट प्राप्त किया है. मैं आप सबसे अपील करता हूं कि 1 दिसंबर को जश्न मनाने की तैयारी कर लें.'

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) को पहले से मंजूर आरक्षण से छेड़छाड़ किए मराठा समुदाय के सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग के अनुकूल सिफारिशें की गई हैं.

राज्य के मुख्य सचिव डी के जैन ने रिपोर्ट मिलने के बाद कहा, 'हमें रिपोर्ट मिल चुकी है जो मराठाओं के आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर आधारित है. इसके अध्ययन के बाद सही निर्णय लिया जाएगा.'

बता दें कि इससे पहले पूर्ववत पृथ्वीराज चव्हान के नेतृत्व वाली सरकार रोजगार और शिक्षा में मराठों को 16 फीसदी आरक्षण देने वाली अध्यादेश लायी थी लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट ने इसे खारिज खत्म कर दिया था.

महाराष्ट्र में मराठा समुदाय ने आरक्षण की मांग को लेकर इस साल 24 और 25 जुलाई को और दोबारा 9 अगस्त को विरोध प्रदर्शन किया था. मराठा आरक्षण के मुद्दे पर महाराष्ट्र के तीन विधायकों ने इस्तीफा भी दिया था. आरक्षण की मांग को लेकर राज्य में प्रदर्शन के दौरान 7 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी.

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महाराष्ट्र में राजनीतिक रूप से प्रभुत्व मराठा समुदाय की राज्य में 30 फीसदी आबादी है जो सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 16 फीसदी आरक्षण देने की मांग लंबे समय से कर रही है.