पाकिस्तान की नापाक हरकत जारी, सीमाई गांवों पर भारी गोलीबारी में 13 लोग घायल
सांबा में मंगलवार की शाम को पाकिस्तान ने जमकर गोलियां बरसाई जिससे सीमाई क्षेत्रों में लोगों में दहशत फैल गई है। ग्रामीण अपना घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ भाग रहे हैं।
नई दिल्ली:
जम्मू और सांबा में पाकिस्तानी रेंजर्स की भारी गोलीबारी में सीमा से सटे गांवों में 9 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। सांबा में मंगलवार की शाम को पाकिस्तान ने जमकर गोलियां बरसाई जिससे सीमाई क्षेत्रों में लोगों में दहशत फैल गई है। ग्रामीण अपना घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ भाग रहे हैं।
गोलीबारी को लेकर पुलिस ने कहा, 'मंगलवार को आर.एस. पुरा और अरनिया सेक्टरों में गोलाबारी में कम से कम आठ नागरिक घायल हो गए।'
आर.एस. पुरा, अरनिया, बिशनाह और रामगढ़ इलाकों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगे गांवों में अफरा-तफरी की स्थिति रही और ग्रामीणों को महिलाओं और बच्चों के साथ इन स्थानों से पलायन करते देखा गया।
पाकिस्तान की तरफ से भारी गोलीबारी को लेकर राज्य के डीजीपी एसपी वैद ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे जम्मू के रामगढ़ सेक्टर में गोलीबारी से तीन लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं। अर्निया, रामगढ़, सांबा, हीरानगर सेक्टर में भी पाकिस्तान की फायरिंग में कई लोग घायल हुए हैं जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।'
रिपोर्ट के मुताबिक लगभग दो हजार ग्रामीणों ने अपने घर छोड़ दिए हैं और अपने परिवारों के साथ सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
जिन्होंने अपने घर और खेत न छोड़ने का निर्णय लिया, वे अपने घरों के अंदर बने रहे, क्योंकि जिला प्रशासन ने उन्हें सलाह दी है कि जबतक बहुत जरूरी न होने या कोई आपात स्थिति न हो, तब तक घरों से बाहर न निकलें।
आवासीय घरों की दीवारों में गोलियों से हुए छेद और खेतों में बिखरे पड़े गोले सीमापार से हो रही गोलाबारी से तबाही की गवाही देते हैं।
यदि यह स्थिति अगले एक सप्ताह तक बनी रही तो इलाके में कटाई के लिए तैयार गेहूं की फसलें बर्बाद हो जाएंगी।
आर.एस. पुरा इलाके के ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा दागे गए गोले सीमा से चार किलोमीटर अंदर तक गिर रहे हैं, जिसके कारण जान-माल के लिए खतरा पैदा हो गया है।
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सांबा के जिला मजिस्ट्रेट, राजिंदर सिंह ने मीडिया से कहा कि सीमांत निवासियों को अन्यत्र ले जाने के लिए सभी आवश्यक बंदोबस्त कर लिए गए हैं, और यदि मौजूदा स्थिति बनी रही तो नागरिकों को खाली कराने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
राज्य के शिक्षामंत्री जुल्फिकार चौधरी ने कहा है कि सीमा पर तनाव के कारण सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों की पढ़ाई का हो रहा है। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित बच्चों के लिए विशेष स्कूल का बंदोबस्त करने पर विचार कर रही है।
(IANS इनपुट के साथ)
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