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सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस पर्रिकर आमने-सामने, कांग्रेस का दावा 2011 में भी हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक

पर्रिकर ने कहा था कि 29 सितम्बर से पहले कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक की कामयाबी का सेहरा देशवासियों और भारतीय जवानों को जाता है

Updated on: 12 Oct 2016, 08:41 PM

नई दिल्ली:

मनोहर पर्रिकर के पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उनका बयान ग़लत है और इस पर रक्षा मंत्री को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए।

उन्होंने कहा,'2011 का ऑपरेशन जिंजर भी सर्जिकल स्ट्राइक था, मनोहर पर्रिकर सेना के शौर्य पर क्यों चुप हैं क्या ये पूर्णतः राजनीति नहीं है?'

उन्होंने उत्तर प्रदेश में मोदी को रामावतार में दिखाए जा रहे पोस्टर पर सवाल खड़े करते हुए कहा,'अगर पर्रिकर इस उपलब्धि का सेहरा सेना को पहनाना चाहते हैं तो फिर मोदी को पोस्टर में क्यों दिखाया जा रहा है?’

पर्रिकर ने कहा था कि 29 सितम्बर से पहले कोई  सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई। 

रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे रक्षामंत्री रहते हुए 2 साल हो गए हैं और मेरी जानकारी में अब तक ऐसी किसी भी ऑपरेशन की जानकारी नहीं है। बॉर्डर एक्शन टीम कई बार ख़ुद भी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करती है। जिस आपरेशन के बारे में कहा जा रहा है संभवतः वह कुछ ऐसा ही ऑपरेशन था।

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वहीं दूसरी तरफ पूर्व डीजीएमओ विनोद भाटिया ने रक्षा मंत्री के बयान को सही ठहराते हुए कहा, ‘इस बार का सर्जिकल स्ट्राइक पहले की तुलना में बिलकुल अलग था।’

सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस साल 1947, 1962, 1965 और 1972 वाले सभी सर्जिकल स्ट्राइक पर हमेशा ही सेना के साथ खड़ी रही है। ऐसे में रक्षा मंत्री को अपने बयान पर माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'पर्रिकर वोट के लिए सेना की शहादत पर भी राजनीति कर रहे हैं और बड़ी बेशर्मी से झूठ बोल रहे हैं।' सुरजेवाला ने कहा कि रक्षा मंत्री को सेना से माफ़ी मांगनी चाहिए क्योंकि वह सेना के नाम पर राजनीति कर रहे हैं।