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रोहिंग्या मुस्लिमों की घुसपैठ रोकने के लिए मणिपुर के पहाड़ी इलाक़ों में बढ़ाई गई गश्त

मणिपुर के पहाड़ी इलाक़ों के रास्ते रोहिंग्या मुस्लिम अवैध तरीके से घुसने की कोशिश कर सकते हैं।

Updated on: 14 Sep 2017, 12:00 AM

नई दिल्ली:

म्यांमार से सटे मणिपुर के पहाड़ी इलाक़ों के रास्ते रोहिंग्या मुस्लिमों की घुसपैठ (अवैध एंट्री) को रोकने के लिए पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। ऐसी जानकारी मिली है कि मणिपुर के पहाड़ी इलाक़ों के रास्ते रोहिंग्या मुस्लिम अवैध तरीके से घुसने की कोशिश कर सकते हैं।

पुलिस ने बताया, 'पिछले तीन दिनों में यहां गश्ती काफी तेज़ कर दी गई है।'

उसने कहा, 'बुधवार तक किसी भी अप्रवासी को पड़ोसी देश के ज़रिए अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस करते हुए नहीं देखा गया है।'

उसने बताया, 'मोरेह शहर के लोगों पर काफी सक्रियता से ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस उन संदिग्ध लोगों की तलाश कर रही है जो अवैध काग़ज़ात के साथ म्यांमार से सटे औद्योगिक शहर तमु से मोरेह की तरफ यात्रा कर रहे हैं।'

तमु के नागरिक वैध काग़ज़ात के साथ मोरेह की यात्रा कर सकते हैं मगर उन्हें 4 बजे तक वापस लौटना होगा।

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पुलिस ने बताया, 'मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को एक अलर्ट जारी कर 364 किलोमीटर लंबे भारत-म्यांमार बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाने का निर्देश जारी किया। जिससे कि घुसपैठ की कोशिश कर रहे रोहिंग्या मुस्लिम समुदाय को रोका जा सके।'

मुख्यमंत्री ने मामले से जुड़े पुलिस अधीक्षक और डिप्टी कमीश्नर को रोहिंग्या समुदाय की मणिपुर में अवैध एंट्री को रोकने का निर्देश जारी किया है।

बता दें कि म्यांमार के रखाइन में सुरक्षाकर्मियों द्वारा लागू किए गए कड़े नियम के हिंसा शुरू हो गई थी। जिसके बाद 25 अगस्त से ही हज़ारों की संख्या में रोहिंग्या मुस्लिम देश छोड़कर भाग रहे हैं।

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