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जवानों के खून पर बीजेपी नहीं जीत सकती चुनाव, पुलवामा हमले पर केंद्र कर रही है राजनीति : ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जवानों के खून पर चुनाव नहीं जीत सकती है.

Updated on: 06 Mar 2019, 12:06 AM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान में आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना की बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पैदा हुए राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जवानों के खून पर चुनाव नहीं जीत सकती है. उन्होंने कहा, 'आप (बीजेपी) जवानों के खून पर चुनाव नहीं जीत सकते हैं. एक जवान अपना खून देश के लिए न्यौछावर करता है. जवान देश की सेवा करते हैं, वे राजनीति में लिप्त नहीं होते हैं. जो शहीदों के साथ राजनीति कर रहे हैं, मैं उनका कड़ा विरोध करती हूं.' उन्होंने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले पर केंद्र सरकार राजनीति कर रही है.

ममता ने कहा, 'हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ हैं. मोदी ने बीजेपी को एक निजी संगठन के रूप में बदल दिया है. जब भी कोई मोदी बाबू (नरेंद्र मोदी) के खिलाफ कुछ बोलता है तो उसे पाकिस्तानी समर्थक बता दिया जाता है.'

उन्होंने कहा, 'मेरे पिता स्वतंत्रता सेनानी थे, मैं उनसे (बीजेपी) देशभक्ति नहीं सीखूंगी.' इससे पहले ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से एयरस्ट्राइक की जानकारी मांगी थी.

ममता ने कहा था, 'विपक्ष होने के नाते हम एयर स्ट्राइक की जानकारी जानना चाहते है. बम कहां गिराए थे? कितने लोग मारे गए? मैं अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में खबरें पढ़ रही थी उसमें कहा गया कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. कुछ मीडिया हाउस ने कहा कि एक की मौत हुई. हम इसपर पूरी जानकारी जानना चाहते हैं.'

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तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने कहा था, 'हम सेना के साथ है और उनका सम्मान करते हैं. लेकिन सेना की शाहदत पर राजनीतिकरण करने वाले मुझे पसंद नहीं. यह अस्वीकार्य है कर मैं इसकी निंदा करती हूं.'

वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी बालाकोट हमले पर सवाल उठाने वालों का बचाव करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा. मुफ्ती ने कहा कि यह चौंकाने वाला है जो बालाकोट हमले की सत्यता पर सवाल उठा रहे हैं उसे देशद्रोही कहा जा रहा है.

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उन्होंने विपक्षी पार्टियों से कहा कि इस स्ट्राइक के कारण नोटबंदी, जीएसटी, बेरोजगारी, किसानों के संकटों को दबा कर बदले जा रहे इस चुनावी बहस के जाल में न फंसें.

महबूबा ने ट्वीट कर कहा, 'इस देश के नागरिक होने के नाते, बालाकोट ऑपरेशन की विश्वसनीयता पर सवाल करने का हर अधिकार हमारे पास है. खासकर जानकारी के बारे में भारत सरकार की अस्पष्टता के कारण. यह शत्रुओं को कैसे मदद करेगा? यह भारत सरकार को बुरा फंसाती है क्योंकि वे इससे सिर्फ चुनावी लाभ के लिए फायदा उठाना चाहते हैं.'