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हर तरह की यादों को संजोकर रखने का जरिया है ‘पर्सनल डायरी’

क्यों न इन रोज की सुनहरी यादों को एक तस्वीर की तरह अपनी डायरी में संजोया जाए.

Updated on: 10 Jan 2019, 08:52 AM

नई दिल्ली:

हम हर रोज कुछ न कुछ सीखते हैं. नये लोग, नये दोस्त और साथ ही कुछ खट्टी-मीठी यादें आपके जीवन से धीमे-धीमे जुड़ते चले जाते हैं. क्यों न इन रोज की सुनहरी यादों को एक तस्वीर की तरह अपनी डायरी में संजोया जाए. कहते हैं गुजरा हुआ दिन दोबारा कभी नहीं आता, लेकिन आप उन बीते हुए दिनों को एक डायरी में संजोकर रख सकते है और जब कभी आपको पुराने दिनों में वापस जाने का दिल करे...तो बस डायरी खोलिए और उन पुरानी यादों को ताजा कर लीजिए.

अगर आप यह सोच रहे हैं कि यह डायरी और पैन लेकर आपसे रोज-रोज नहीं बैठा जा सकता तो यकीन मानिए कुछ दिन ऐसा करने से आप ये शिकायत नहीं करेंगे. आइए जानते हैं कैसे एक डायरी आपके जीवन में बदलाव ला सकती है.

जिंदगी को रिकॉर्ड करती है डायरी
अपनी पर्सनल डायरी का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि आपके पास हर चीज का रिकॉर्ड रहता है, अपने दोस्‍तों और जानने वालों से बातचीत के अंश यदि आप डायरी में लिखेंगे, तो आप कभी कोई भी जरुरी बात भूल नहीं पाएंगे.

डिप्रेशन होगा दूर
आज की लाइफ में जहां लोग एक-दूसरे के लिए समय नहीं निकाल पाते, तो ऐसे में आपकी डायरी आपका अकेलापन दूर करने में काफी मददगार साबित हो सकती है. अगर जिंदगी में कोई दोस्‍त न मिले तो इस डायरी को अपना दोस्त बना लें. यकीन मानिए ये डायरी आपको अवसाद के खतरे से बचा जरूर लेगी.

खुद को समझने में मिलेगी मदद
पर्सनल डायरी से आप खुद का आंकलन भी कर सकते हैं. आप अपनी अच्छाई- बुराई को जानकर खुद में जरूरी बदलाव भी कर सकते हैं. ये परिवर्तन आपके जीवन में नये आयाम लाने में बेहद कारगर साबित होंगे.

आएगी अच्छी नींद
दिनभर के काम के बाद जब आप रात में अपनी डायरी लिखते हैं, तो ये डायरी आपको कब अपने आगोश में ले लेती है, पता ही नहीं चल पाता. लिखते-लिखते आपको प्यारी-सी नींद आने लगती है.

तेज होगी याददाशत
आप रोज अपनी पर्सनल डायरी मेंटेन करते हैं तो आप अपने दोस्त-परिजनों आदि से जुड़ी महत्वपूर्ण तारीखें जैसे बर्थेडे, एनिवर्सरी या आपके किसी शुभ चिंतक द्वारा दी सलाह नहीं भूलेंगे.

लेखन में होता है सुधार
अपनी भावनाओं को कम और स्पष्ट शब्दों में कह पाना किसी कला से कम नहीं होता. ये कला आप को औरों से अलग बनाती है, यानि यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘पर्सनल डायरी’ भाषा पर आपकी पकड़ अच्छी और मजबूत बनाती है.

लिखे दूसरों के अनुभव
आप अपनी डायरी में दूसरे लोगों के अनुभव भी लिखें, ताकि आप किसी दूसरे के अनुभवों से भी सीखने की आदत अपने अंदर विकसित कर पाएं.