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लोकसभा चुनाव: पुणे सीट से चुनाव लड़ सकती है 'धक-धक' गर्ल माधुरी दीक्षित, BJP सूत्र ने किया खुलासा

बीजेपी पार्टी सूत्रों के मुताबिक माधुरी दीक्षित जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकती है.

Updated on: 07 Dec 2018, 09:45 AM

नई दिल्ली:

हिंदी सिनेमा जगत की सबसे जानी-मानी अभिनेत्री 'धक-धक' गर्ल माधुरी दीक्षित नेने अब जल्द ही राजनीति की दुनिया में कदम रखने वाली है. बीजेपी पार्टी सूत्रों के मुताबिक माधुरी दीक्षित जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में पुणे सीट से चुनावी मैदान में उतारने का विचार कर रही है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इसी साल जून में अभिनेत्री से मुंबई स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी. शाह उस समय पार्टी के 'संपर्क फॉर समर्थन' अभियान के तहत मुंबई पहुंचे थे. उन्होंने ने इस दौरान अभिनेत्री को नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराया था.

राज्य के एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने बताया कि माधुरी का नाम पुणे लोकसभा सीट के लिए चुना गया है. उन्होंने आगे कहा, 'पार्टी 2019 के आम चुनाव में माधुरी दीक्षित को उम्मीदवार बनाने पर गंभीरता से विचार कर रही है. हमारा मानना है कि पुणे लोकसभा सीट उनके लिए बेहतर होगी.'

बीजेपी नेता ने कहा, 'पार्टी कई लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने की प्रक्रिया में है और दीक्षित का नाम पुणे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुना गया है. इसके लिए उनके नाम पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है.'

बात दें कि माधुरी दीक्षित ने 'तेजाब', 'हम आपके हैं कौन', 'दिल तो पागल है', 'लज्जा' 'साजन' और 'देवदास' सहित कई हिट बॉलीवुड फिल्में दे चुकी हैं.

गौरतलब है कि साल 2014 में बीजेपी ने पुणे लोकसभा सीट कांग्रेस से छीन ली थी और पार्टी उम्मीदवार अनिल शिरोले ने तीन लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी.

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माधुरी को चुनाव लड़ाने की योजना के बारे में बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, 'इस तरह के तरीके नरेंद्र मोदी ने गुजरात में तब अपनाए थे जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बने थे. उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों में सभी उम्मीदवारों को बदल दिया और पार्टी को उस फैसले का लाभ मिला.'

उन्होंने कहा, 'नए चेहरे लाए जाने से किसी के पास आलोचना के लिए कुछ नहीं था। इससे विपक्ष आश्चर्यचकित रह गया और बीजेपी ने अधिक से अधिक सीट जीतकर सत्ता कायम रखी.'

बीजेपी नेता के मुताबिक, इसी तरह का सफल प्रयोग 2017 में दिल्ली के निकाय चुनावों में भी किया गया जब सभी मौजूदा पार्षदों को टिकट देने से इनकार कर दिया गया. बीजेपी ने जीत हासिल की और नियंत्रण बरकरार रखा.