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GST की शुरुआत के साथ 'एक कर एक बाजार' वाला देश बना भारत

जीएसटी के ब्रैंड एंबेस्डर और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ औद्योगिक क्षेत्र के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा भी मौजूद, विपक्षी पार्टियों कांग्रेस, टीएमसी ने नहीं लिया हिस्सा।

Updated on: 01 Jul 2017, 12:18 AM

highlights

  1.  शुरू हुआ संसद के सेंट्रल हॉल में जीएसटी के लॉन्च का विशेष आयोजन
  2.  रात 12 बजे से जीएसटी लागू हो जाएगा
  3. जीएसटी लॉन्चिंग में सरकार और अन्य दलों के नेताओं के साथ बॉलीवुड की दिग्गज हस्तियां भी शामिल

नई दिल्ली:

जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) की आधिकारिक लॉन्चिंग के साथ अब देश 'एक कर बाजार वाला देश' बन गया है। संसद के एक विशेष समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की मौजूदगी में जीएसटी को आधिकारिक रुप से लॉन्च कर दिया गया।

जीएसटी ने देश में 16 अप्रत्यक्ष करों की जगह ली है। इस मौके पर मंच पर पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा स्पीकर मौजूद थीं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस मौके पर समारोह में शामिल नहीं हुए। वहीं कांग्रेस, तृणमूल और द्रमुक ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया।

जीएसटी के ब्रैंड एंबेस्डर और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ औद्योगिक क्षेत्र के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा भी मौजूद रहें। इसके अलावा जीएसटी के पूर्व चेयरमैन सुशील कुमार मोदी, पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्तमंत्री असीम दासगुप्ता और केके मणि ने भी शिरकत की।

Live Updates:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बटन दबाकर देश में जीएसटी लॉन्च कर दिया है 

मैं उस समय वित्त मंत्री के रूप में जीएसटी की रूपरेखा तय करने में काफी करीब से शामिल रहा: राष्ट्रपति

यह ऐतिहासिक क्षण चौदह वर्ष की उस लंबी यात्रा की समाप्ति है जो दिसंबर 2002 में शुरू हुई थी: राष्ट्रपति

जीएसटी एक ऐतिहासिक कदम: राष्ट्रपति

जीएसटी से मुझे व्यक्तिगत रूप से संतोष: राष्ट्रपति

जीएसटी की प्रक्रिया 2006-07 से शुरु हुई: राष्ट्रपति 

जीएसटी लॉन्च के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुरु किया संबोधन

जीएसटी वास्तव में गुड एंड सिंपल टैक्स है क्योंकि इसमें टैक्स पर टैक्स नहीं लगेगा और देश में एक टैक्स लगेगा: पीएम मोदी

जीएसटी एक ऐसा कैटालिस्ट है जो देश के व्यापार को बल देगा: पीएम मोदी

राज्यों के अलग-अलग टैक्सों के कारण असमानता दिखती है। हम इससे मुक्ति की ओर आगे बढ़ रहे हैं: पीएम मोदी

1.25 अरब देशवासी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी हैं-पीएम मोदी

जब नए नंबर का चश्मा लगता है तो आंखों को थोड़ा एडजस्ट करना होता है तो ये भी कुछ ऐसा ही होगा: पीएम मोदी

देश के गरीबों के हित के लिए जीएसटी सबसे ज्यादा कारगर होगी,अब कच्चा बिल-पक्का बिल की दिक्कत खत्म हो जाएगी: पीएम मोदी

GST एक ऐसी व्यवस्था है जो ईमानदारी को अवसर देती है, पारदर्शिता लाती है और भ्रष्टाचार को रोकने में कारगर है: पीएम मोदी

आइंस्टीन ने कहा था कि अगर दुनिया में सबसे मुश्किल कुछ समझना है तो वो है इनकम-टैक्स, वो इस देश में होते तो क्या होता: पीएम मोदी

देश आजाद हुआ 500 से ज्यादा रियासतें थीं लेकिन सरदार पटेल ने देश का एकीकरण किया, आज जीएसटी की मदद से आर्थिक एकीकरण होगा: पीएम मोदी

अब गंगानगर से ईटानगर और लेह से लक्षद्वीप तक एक ही टैक्स रहेगा: पीएम मोदी

गीता के 18 अध्याय थे और संयोग देखिए कि जीएसटी काउंसिल की 18 बैठकों के बाद आज इसे लागू किया जा रहा है: पीएम मोदी

जीएसटी में गरीबों की समान रूप से चिंता की गई है:पीएम मोदी

GST पर संसद में पहले के सांसदों ने मौजूदा सांसदों ने लगातार चर्चा की है और उसी का परिणाम है कि आज हम इसे साकार रूप में देख पा रहे हैं: पीएम मोदी

GST को-ऑपरेटिव फेडरिलज्म की एक मिसाल है जो हमारे साथ चलने और हमारी सामर्थ्य का परिचायक है:पीएम मोदी

ये स्थान देश की महान घटना का साक्षी है, आज नई अर्थव्यवस्था (जीएसटी) के लिए इस स्थान से बढ़कर कोई स्थान नहीं हो सकता:पीएम मोदी

यह (जीएसटी) किसी एक सरकार की उपलब्धि नहीं है, बल्कि हम सबके प्रयासों का परिणाम है:पीएम मोदी

जीएसटी की प्रक्रिया केवल अर्थव्यवस्था के दायरे तक सीमित नहीं है: पीएम मोदी

जीएसटी लॉन्चिंग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं पीएम मोदी

GST काउंसिल की जिम्मेदारी थी कि केंद्र और राज्य के लिए नियम बनाएं। काउंसिल 18 बार मिल चुकी हैं लेकिन वोट कराने की स्थिति नहीं आई: अरुण जेटली

15 साल पहले GST की प्रक्रिया शुरु हुई और राष्ट्रपति महोदय ने इस सफर को देखा है:अरुण जेटली

जेटली ने कहा कि जीएसटी पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है 

जीएसटी एक ऐसे दौर में आ रहा है जब दुनिया मंदी के दौर से गुजर रही है:अरुण जेटली

आज आधी रात से हम देश का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म लॉन्च कर रहे हैं,अब एक देश, एक टैक्स और एक बाजार होगा:अरुण जेटली

संसद के सेंट्रल हॉल में जीएसटी लॉन्चिंग कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं वित्तमंत्री अरुण जेटली

राष्ट्रगान के साथ संसद में जीएसटी लॉन्च कार्यक्रम का आगाज हुआ

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी संसद पहुंचे, पीएम मोदी, अरुण जेटली, उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने किया स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद परिसर पहुंचे

रतन टाटा संसद पहुंचे, जीएसटी कार्यक्रम में होंगे शामिल

राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद आनंद भास्कर संसद भवन में गांधी की प्रतिमा के बाहर GST के खिलाफ धरने पर बैठे

कुछ घंटे पहले हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में खाद पर लगने वाले प्रस्तावित कर को 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है। वित्त मंत्री ने कहा, 'समिति की बैठक में सर्वसम्मति से दरों को घटाकर 5 फीसदी करने का फैसला लिया गया ताकि आगे भी जब दरों में गिरावट आए तो इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं हो।'

कांग्रेस पहले ही जीएसटी में शामिल होने से इंकार कर चुकी है। कांग्रेस नेता आंनद शर्मा ने जीएसटी को दूसरी आजादी कहना अपमान जनक बताया है। उन्होंने कहा,'इसको आप इतना ऊंचा मत ले जाइये, आप इसको दूसरी आजादी कह रहे हैं, ये अपमानजनक हैं।' 

जीएसटी कार्यक्रम में शामिल होने पर पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा का कहना है, 'क्या हमें वहां बैठ कर ताली बजानी चाहिए जबकि हमें दिल से पता है कि देश अभी इसके लिए तैयार नहीं है।'

जीएसटी के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है, 'यह भ्रष्टाचार ख़त्म करेगा। केवल वहीं लोग जो अर्थव्यवस्था को कमज़ोर करना चाहते हैं इसका विरोध कर रहे है। यह एक ऐतिहासिक कदम होगा।'

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है, 'मुझे लगता है कि सामूहिक ज्ञान को बनाए रखने के लिए शाम तक सभी दल इस कार्यक्रम में आ जाएंगे' 

जीएसटी का विरोध करते हुए सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा है, 'हम जीएसटी का विरोध करते हैं, यह काला कानून है पर क्योंकि राष्ट्रपति इसमें शिरकत करेंगे इसीलिए हम कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, क्योंकि हम विवाद नहीं खड़ा करना चाहते।' 

राजस्व सचिव हसमुख अधिया का बयान - 'जीएसटी लागू होने को लेकर चिंता की ज़रुरत नहीं। किसी बड़े आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर की ज़रुरत नहीं। यहां तक की बी2बी (बिज़नेस टू बिज़नेस) को बड़े सॉफ्टवेयर की ज़रुरत नहीं। हम फ्री सॉफ्टवेयर मुहैया कराएंगे।'   

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ममता बनर्जी इस कार्यक्रम का विरोध करते हुए सबसे पहले जीएसटी आयोजन के बहिष्कार का ऐलान कर चुकी है।

क्या है कार्यक्रम

1. देश का सबसे बड़ा कर सुधार जीएसटी का कार्यक्रम रात ठीक 10.45 मिनट पर शुरू होगा।

2. रात ठीक 10.55 मिनट पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी संसद भवन पहुंचेंगे

3. इसके बाद रात 10.59 मिनट पर मार्शल राष्ट्रपति के आने की घोषणा करेंगे।

4. रात ठीक 11 बजे.00 पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी सेंट्रल हॉल में प्रवेश करेंगे

5. रात 11.01 मिनट पर राष्ट्रगान का कार्यक्रम होगा

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6. रात 11.02 मिनट पर वित्तमंत्री अरुण जेटली जीएसटी के बारे में बताते हुए उद्घाटन भाषण देंगे

7. रात 11.10 मिनट पर जीएसटी पर बनी एक विशेष फिल्म दिखाई जाएगी

8. रात 11.15 मिनट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण होगा

9. रात 11 बजकर 45 मिनट पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का भाषण होना है

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10. रात 12.00 बजे राष्ट्रपति राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी घंटा बजाकर जीएसटी लॉन्च करेंगे

11. रात 12.03 मिनट पर मार्शल राष्ट्रपति के जाने की घोषणा करेंगे

12. रात 12 बजकर चार मिनट पर दोबारा राष्ट्रगान का कार्यक्रम होगा

13. इसके बाद 12.05 मिनट पर राष्ट्रपति प्रस्थान करेंगे और इसी के साथ जीएसटी के कार्यक्रम का समापन होगा।

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