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लोन डिफॉल्ट केसः शराब कारोबारी विजय माल्या लंदन में हुए गिरफ्तार, फिर मिली बेल

लंदन में शराब कारोबारी विजय माल्या को गिरफ्तार कर लिया गया है। माल्या पर भारत के बैंकों से कर्ज लेकर विदेश भागने का आरोप है।

Updated on: 19 Apr 2017, 07:13 AM

highlights

  • शराब कारोबारी विजय माल्या लंदन में गिरफ्तार
  • बैंकों का कर्ज लेकर देश से भागकर लंदन चले गए थे माल्या

नई दिल्ली:

शराब कारोबारी विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार किया गया है। माल्या की गिरफ्तारी के बाद भारत में उनके प्रत्यर्पण की अटकलें तेज हो गई हैं। गिरफ्तारी के बाद माल्या को लंदन के वेस्ट मिनिस्टर मैजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। जिसके बाद उन्हें बेल मिल गई। 

स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा है कि माल्या की गिरफ्तारी भारतीय एजेंसी सीबीआई की तरफ से किये गए प्रत्यर्पण के अनुरोध के आधार पर किया गया है। 

गिरफ्तारी के बाद बेल पर रिहा माल्या ने भारतीय मीडिया को निशाना बनाया। माल्या ने कहा, 'हमेशा की तरह भारतीय मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। जबकि प्रत्यर्पण मामले मेंं आज सुनवाई की शुरुआत हुई है।'

विजय माल्या को भारत वापस लाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लेटर रोगेटरी के जरिए गैर जमानती वारंट जारी करने की योजना बना रही थी। इससे पहले माल्या को भारत वापस लाने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने नई दिल्ली में ब्रिटेन के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी।

इस बैठक में ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा भारतीय विदेश मंत्रालय, सीबीआई, गृह मंत्रालय और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी शामिल हुए थे। 

20 और 21 फरवरी को दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में दोनों पक्षों की ओर से इन मामलों में कानूनी प्रक्रिया की जानकारी दी गई थी। पहले देश के कई न्यायालयों के अलावा सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय में भी माल्या के खिलाफ मामला चल रहा है।

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शराब कारोबारी विजय माल्या ने 9,000 करोड़ रुपये को चुकाए जाने के मामले में बैंकों के साथ बातचीत करने का प्रस्ताव भी दिया था, लेकिन बैंको ने उसे मानने से इनकार कर दिया था।

देश छोड़कर भाग चुके शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा था, 'मैं चाहता हूं कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट हस्तक्षेप करे और मुझे बैंकों के साथ बातचीत कर इस मसले को सुलझान का मौका दे।'

माल्या का यह ऑफर वैसे समय में सामने आया था जब कर्ज वसूली प्राधिकरण बैंकों को उनके कर्ज वसूली के लिए माल्या की संपत्ति को जब्त किए जाने का आदेश दे चुका है। 

माल्या की गिरफ्तारी वैसै समय में हुई है, जब देश में उन्हें वापस लाए जाने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस सरकार के बीच सियासी जंग छिड़ी हुई है।

कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि काले धन का मुद्दा उठाने वाली बीजेपी ने माल्या को देश से सुरक्षित निकलने का आदेश दिया। वहीं बीजेपी का कहना रहा है कि कांग्रेस ने जानबूझकर माल्या को कर्ज दिया। जबकि वह पहले ही डिफॉल्टर्स साबित हो चुके है।

माल्या पर देश के 17 बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। माल्या से कर्ज की वसूली के लिए एसबीआई के नेतृत्व में बैंकों के समूह ने  मुंबई में उनके किंगफिशर विला की नीलामी की है।