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केरल नन रेप केस : हाई कोर्ट ने बिशप मुलक्कल की जमानत याचिका खारिज की

केरल हाई कोर्ट ने नन के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार बिशप फ्रैंको मुलक्कल की जमानत याचिका रद्द कर दी है। हाई कोर्ट के जज ने बुधवार को कहा कि बिशप के विरुद्ध साक्ष्य मौजूद हैं।

Updated on: 03 Oct 2018, 02:30 PM

कोच्चि:

केरल हाई कोर्ट ने नन के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार बिशप फ्रैंको मुलक्कल की जमानत याचिका रद्द कर दी है। मुलक्कल पर कथित रूप से एक नन के साथ 2014 से 2016 के बीच लगातार बलात्कार करने का आरोप है। न्यायाधीश वी राजा विजयराघवन ने बुधवार को कहा कि बिशप के खिलाफ साक्ष्य मौजूद हैं। बिशप फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

बिशप मुलक्कल को तीन दिन की पूछताछ के बाद 21 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था और 24 सितंबर को पाला न्यायिक दंडाधिकारी अदालत की न्यायाधीश एम लक्ष्मी ने उन्हें दो सप्ताह की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

पंजाब के जालंधर में रोमन कैथोलिक डिओसिस के प्रमुख मुलक्कल देश के ऐसे पहले बिशप हैं, जिन्हें दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजा गया है।

क्या है पूरा मामला

पीड़ित नन ने इसी साल जून महीने में आरोप लगाया था कि साल 2014 में कोट्टायम के पास कुरावलंगद क्षेत्र में एक गेस्ट हाउस में बिशप ने पहली बार उसका यौन शोषण किया था। इसके बाद वह 2014 से 2016 के बीच 13 बार उसके साथ यौन उत्पीड़न किया था।

नन ने दावा किया था कि उसने गिरिजाघर के अधिकारियों को शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। हालांकि आरोपी बिशप ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों से इनकार किया था। इन आरोपों के बाद चर्च के अधिकारी और नन दो खेमों में बंट गए थे।

बिशप मुलक्कल ने लिखा था पत्र

बिशप मुलक्कल ने हालांकि अपने ऊपर लगे इन अरोपों से इनकार किया था और इसे अपने खिलाफ साजिश बताया था। एक पत्र में मुलक्कल ने ने डायोसीस के सदस्यों को कहा है कि फादर जोसेफ थेक्कुमकट्टिल और फादर सुबिन थेक्कुडाठु बिशप के लिए वर्तमान भूमिका में होंगे।

पत्र में उन्होंने लिखा था, 'जैसा कि आप मेरे खिलाफ लगे आरोपों के जांच के बारे में मीडिया से जाने और मेरे खिलाफ पुलिस रिपोर्ट में जो प्रमाण हैं उसमें विरोधाभास हैं। मैं आप सबसे निवेदन करता हूं कि आप मेरे लिए और कथित पीड़िता और उनके समर्थकों के लिए प्रार्थना करें ताकि ईश्वरीय हस्तक्षेप से सत्य सामने आ सकेगा।'

वेटिकन ने गठित की थी जांच समिति

जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ वेटिकन ने भी पिछले महीने एक सदस्ययी जांच समिति गठित की थी। वेटिकन रोमन कैथोलिक चर्च में प्रशासनिक रूप से सबसे ऊपर का पद है। भारत से चर्च के एक प्रतिनिधित्व ने कहा था कि बिशप के खिलाफ रेप के आरोप पर वेटिकन चर्चा करने वाला है।

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भारत में पोप के प्रतिनिधि को नन के द्वारा लिखे जाने के बाद यह फैसला लिया गया था। नन ने पोप के प्रतिनिधित्व को अपना दुख बताते हुए लिखा था कि वह बिशप मुलक्कल का शिकार हो गईं।

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