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केरल में बारिश से भारी तबाही, 22 लोगों की गई जान, नेवी की टीम लोगों को बचाने उतरी

केरल में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में गुरुवार को अब तक 20 लोगों की मौत हो गई। भारी बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने से इडुक्की बांध को 26 सालों के बाद गुरुवार को खोला गया।

Updated on: 09 Aug 2018, 06:26 PM

तिरुवनंतपुरम:

केरल में भारी बारिश और भूस्खलन ने वहां के लोगों  की मुश्किलें बढ़ी दी है। गुरुवार से लेकर अब तक 20 लोगों की मौत हो गई। हालाता इतने खराब हो गए हैं कि सेना की टुकड़ी को मदद के लिए भेजा गया है। बाढ़ की वजह से कोच्चि एयरपोर्ट को तत्काल बंद कर दिया गया है क्योंकि रनवे पर भी पानी भरा हुआ है। कुछ ऐसा ही हाल रेल सेवाओं का भी है। भारी बारिश की वजह से कोझीकोड से वालायार तक रेल सेवा को अभी रद्द कर दिया गया है। केरल में भारी बारिश के बिगड़ते हालात से निपटने और फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए दक्षिण नेवल कमांड ने 4 डाइविंग टीम और एक सी किंग हेलीकॉप्टर को मदद में लगाया है।

भारी बारिश की वजस से इडुक्की बांध  का जलस्तर इतना बढ़ गया की 26 सालों बाद इस बांध के दरवाजे खोलने पड़े। बांध के खुलते ही कई निचले इलाके पानी में डूब गए। केरल सरकार ने राज्य में घूमने आए पर्यटकों से अभी बाहर नहीं निकलने का आग्रह किया है।

इडुक्की जिले में सबसे ज्यादा तबाही

इडुक्की जिले में बारिश से जुड़ी घटनाओं में सबसे अधिक 10 लोगों की मौत हुई जिनमें पांच एक ही परिवार के सदस्य थे। अधिकारियों के मुताबिक, इडुक्की में भूस्खलन में 10 लोगों, मलप्पुरम में पांच, कन्नूर में दो और वायनाड जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वायनाड, पलक्कड ओर कोझिकोड जिलों में एक-एक व्यक्ति लापता बताए जा रहे हैं।

इडुक्की के अडीमाली शहर में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मलबे से दो लोगों को जिंदा बाहर निकाला।

जिले में भारी बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने से इडुक्की बांध को 26 सालों के बाद गुरुवार को खोला गया। इससे पहले इडुक्की बांध के द्वार 1992 में खोले गए थे।

सीएम विजयन ने बुलाई आपात बैठक

मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने स्थिति का आकलन करने के लिए एक आपात बैठक बुलाई। विजयन ने कहा, 'हमने आर्मी, नौसेना, तटरक्षक बल और एनडीआरएफ से मदद मांगी है। 3 एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं, 2 टीमें जल्द पहुंचने वाली है और 6 अतिरिक्त एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया है। नेहरू ट्रॉफी बोट रेस को रद्द कर दिया है।'

इदामालयर बांध से आज सुबह करीब 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे जल स्तर 169.95 मीटर पर पहुंच गया। इडुक्की बांध में आज सुबह आठ बजे तक जल स्तर 2,398 फीट था जो जलाशय के पूर्ण स्तर के मुकाबले 50 फीट अधिक था। प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

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कोझिकोड और वायनाड जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल कोझिकोड पहुंच गया है। केंद्र से उत्तर केरल के लिए दो टीमें भेजने के लिए कहा गया है।

बारिश के कारण इडुक्की, कोल्लम और कुछ अन्य जिलों में शैक्षिक संस्थानों में आज छुट्टी घोषित की गई है।