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कठुआ रेप के खिलाफ केरल बंद से जनजीवन प्रभावित, लगे RSS विरोधी नारे

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एक बच्ची से रेप और उसकी हत्या के खिलाफ कुछ सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा बुलाए गए बंद से केरल के कुछ हिस्सों में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा।

Updated on: 16 Apr 2018, 03:02 PM

कोझिकोड:

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची से रेप और उसकी हत्या के खिलाफ कुछ सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा बुलाए गए बंद से केरल के कुछ हिस्सों में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।

बंद से बुरी तरह से प्रभावित जिलों में कोझिकोड, कन्नूर, मल्लपुरम, पलक्कड व तिरुवनंपुरम के कुछ हिस्से रहे।

कठुआ में आठ साल की लड़की से हुए रेप के खिलाफ सोशल मीडिया पर रविवार को अभियान शुरू हुआ जिसके बाद सोमवार को बंद आयोजित किया गया।

नाराज प्रदर्शनकारियों ने यातायात जाम कर दिया और दुकानों को जबर्दस्ती बंद कराया। प्रदर्शनकारियों ने आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) विरोधी नारे भी लगाए।

बसों व दूसरे वाहनों को सोमवार सुबह चलने नहीं दिया गया। हालांकि, पुलिस के प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के बाद यातायात बहाल हुआ।

कोझिकोड, कन्नूर व पलक्कड़ में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया। कन्नूर जिले में कुछ प्रदर्शनकारियों व दुकानदारों के बीच कहासुनी हो गई।

युवक की पहचान सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के सदस्य के तौर पर की गई है। एसडीपीआई पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की राजनीतिक शाखा है।

बंद की वजह से प्रभावित इलाके एसडीपीआई के गढ़ माने जाते हैं, जिसमें राजधानी के उपनगरीय इलाके भी शामिल हैं।

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