करतारपुर कॅारिडोर : क्या पाक की नापाक हरकत का शिकार हुए नवजोत सिंह सिद्धू?
करतारपुर कॅारिडोर शिलान्यास समारोह के मौके पर खालिस्तानी समर्थक गोपाल चावला की मौजदूगी पाक पर कई सवाल और संदेह खड़ा करता है.
नई दिल्ली:
भारत के बाद पाकिस्तान में बुधवार को पवित्र धार्मिक स्थल करतारपुर कॅारिडोर की आधारशिला रखी गई. पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर का शिलान्यास किया. करतारपुर कॉरिडोर आधारशिला समारोह में पाकिस्तान हिस्सा लेने भारत की ओर से केंद्रिय मंत्री हरसिमरत कौर और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पहुंचे थे. इस मौके पर सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान की जमकर तारीफ की थी. सिद्धू ने भारत लौटने के बाद करतारपुर कॉरिडोर और इसकी 'असीम संभावनाओं' के बारे में बात की जिसमें भारत और पाकिस्तान के संबंधों में सुधार भी शामिल है. लेकिन पाकिस्तान की हरकतों से लग रहा है कि सिद्धू इमरान खान की दोस्ती की आड़ में पाक की नापाक साजिश का शिकार हो रहे है.
करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यास समारोह के मौके पर खालिस्तानी समर्थक गोपाल चावला और आर्मी चीफ कमर बाजवा की मौजदूगी पाक की नीयत पर कई सवाल खड़ा करता है. पाक पीएम इमरान खान अगर भारत के साथ दोस्ती की पहल का इरादा रखते हैं तो भारत के टुकड़े करने वाले खालिस्तानी समर्थक को इस समारोह का हिस्सा क्यों बनाया गया.
सिद्धू की पाक में खालिस्तानी समर्थक गोपाल चावला के साथ उनकी तस्वीर सामने आने से देश में विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी समेत विपक्षी नेता सिद्धू की आलोचना कर रहे हैं.
खालिस्तानी समर्थक गोपाल सिंह चावला के साथ उनकी फोटो के बारे में पूछे जाने पर सिद्धू ने कहा, 'प्रत्येक दिन कम से कम 10,000 लोग मेरे साथ फोटो खिंचवा रहे थे. मैं नहीं जानता चावला और चीमा कौन हैं?.'
बता दें कि पाकिस्तान में रहने वाले चावला को उसके खालिस्तान समर्थक गतिविधियों की वजह से जाना जाता है. इससे पहले आतंकवादी हाफिज सईद के साथ उसकी फोटो सामने आ चुकी है.
वहीं धार्मिक गलियारों के बहाने इमरान का कश्मीर मुद्दें का जिक्र करना भी पाक को संदेह के घेरे में ला खड़ा करता है.
अपने संबोधन में कश्मीर का जिक्र करते हुए इमरान ने कहा था कि इंसान चांद पर पहुंच चुका है और हम एक मसला हल नहीं कर पा रहे हैं. हमारा मसला कश्मीर का है, अगर हम दृढ़ता से फैसले लेंगे तभी ये हल हो पाएगा. हिंदुस्तान एक कदम आगे बढ़ाएगा, मैं दो कदम बढ़ाऊंगा.'
इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर कड़ा एतराज जताया है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि यह 'अनुचित' था और उन्होंने इस पवित्र अवसर का राजनीतिकरण करने का काम किया. भारत ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है.
प्रवक्ता ने कहा, 'पाकिस्तान को यह याद रखना चाहिए कि वह अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को अवश्य पूरा करे और अपनी सीमाओं के अंदर हर तरह के आतंकवाद को बढ़ावा और पनाह देना बंद करे.'
और पढ़ें: पाक पीएम इमरान खान ने दिया सुझाव, POK में खुले मंदिर का रास्ता, महबूबा मुफ्ती बोली- होना चाहिए विचार
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नवजोत सिंह सिद्धू ,सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राज्य मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया था.
इससे पहले सोमवार को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने गुरदासपुर जिले के मान गांव में नए घोषित डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब रोड गलियारे की आधारशिला रखी थी. इससे पहले नवंबर में, पाकिस्तान ने गुरु नानक की 549वीं जयंती के जारी समारोहों के लिए सिख तीर्थयात्रियों को 3,800 से अधिक वीजा जारी किए थे. करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की मांग भारत दो दशक से करता आ रहा है, जहां गुरुनानक का निधन 1539 में हुआ था. यह धार्मिक स्थल भारतीय सीमा से दिखाई पड़ता है.
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