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कर्नाटक चुनाव: कांग्रेस ने दलितों को नजरअंदाज किया और अंबेडकर का अपमान किया- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'दलितों के हितों को नजरअंदाज करने के लिए' कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि 'पार्टी ने भारत के संविधान के रचियता बी आर अंबेडकर का भी अपमान किया।'

Updated on: 06 May 2018, 05:17 PM

highlights

  • पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को दलितों की परवाह नहीं डील की चिंता रहती है
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस सुलतानों की जयंती मनाने में लगी है
  • कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होंगे और 15 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे

बेंगलुरू:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'दलितों के हितों को नजरअंदाज करने के लिए' कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि 'पार्टी ने भारत के संविधान के रचियता बी आर अंबेडकर का भी अपमान किया।'

प्रधानमंत्री मोदी रविवार को कर्नाटक में चार रैलियों को संबोधित करने वाले हैं।

बेंगलुरू से 200 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'कांग्रेस ने अंबेडकर का अपमान किया, उन्हें कभी नहीं स्वीकारा। कांग्रेस के पास उनके लिए कभी भी समय नहीं था।'

उन्होंने कहा, 'एक दलित नेता रामनाथ कोविंद को देश का राष्ट्रपति नियुक्त किया गया। इससे कांग्रेस असहजता हो गई।'

उन्होंने कहा, 'देश के सबसे शीर्ष पद पर गरीब और साधारण पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले व्यक्ति के कब्जे को देखकर कांग्रेस को असहजता हुई। इसलिए अब कांग्रेस दलित समुदाय के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है।'

मोदी ने कांग्रेस पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए कहा, 'कांग्रेस को दलितों की परवाह नहीं है। उसे दलित नहीं डील (सौदों) की चिंता रहती है।'

मोदी ने कहा कि पार्टी ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और अपनी पार्टी के दिग्गज नेता एस निजलिंगप्पा का भी अपमान किया। उनका 'अपराध केवल इतना था कि उन्होंने नेहरू की गलत नीतियों के खिलाफ' सवाल उठाया था।

उन्होंने कहा, 'इस जमीन के गर्वित नेता निजलिंगप्पा का अपमान परिवार (कांग्रेस) द्वारा किया गया क्योंकि उन्होंने नेहरू की नीतियों पर सवाल उठाने का बड़ा अपराध किया था।'

मोदी ने टीपू जयंती का संदर्भ देते हुए कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस 'वोट बैंक की राजनीति' के लिए सुलतानों की जयंती मनाने में लगी है।

टीपू जयंती को राज्य समारोह के रूप में मनाया जाता है।

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18वीं सदी की चित्रदुर्ग राजवंश की महिला ओनेक ओबव्वा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'दुख की बात है कि कांग्रेस इन बहादुर पुरुषों और महिलाओं को भूलकर सुल्तानों की जयंती मना रही है।' ओबव्वा ने मैसूर सल्तनत के राजा हैदर अली के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।

बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को 'संवेदनशील सरकार' करार देते हुए मोदी ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के कल्याण की चिंता की है।

उन्होंने कहा, 'यह वक्त कर्नाटक से कांग्रेस को अंतिम विदाई देने का है, जो लोगों के कल्याण को लेकर चिंतित नहीं है।'

मोदी ने हिंदी में 45 मिनट का भाषण दिया जिसका साथ-साथ कन्नड़ में अनुवाद किया गया। कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होंगे और 15 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।

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