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करुणानिधि के ऐसे 10 बड़े काम जिसने तमिलनाडु के लोगों की बदल दी जिंदगी

करुणानिधि ने अपनी पहली सरकार के कार्यकाल में ज़मीन के मालिकाना हक को 15 एकड़ तक सीमित कर दिया था। यानी कोई भी व्यक्ति इससे ज़्यादा ज़मीन का मालिक नहीं रह सकता था।

Updated on: 07 Aug 2018, 11:54 PM

नई दिल्ली:

तमिलनाडु में 6 दशक तक राजनीति में अपना वर्चस्व जमाने वाले एम. करुणानिधि का मंगलवार शाम को निधन हो गया। अपने राजनीतिक करियर के दौरान करुणानिधि ने कई ऐसे काम किए जिसके लिए वो भारतीय राजनीति में हमेशा जानें जाएंगे। 1967 के चुनावों में जब पहली बार पार्टी को बहुमत हासिल हुआ था तब करुणानिधि को लोक निर्माण और परिवहन मंत्रालय का कार्यभार मिला था। उन्होंने राज्य में सभी सरकारी कार्यक्रमों और स्कूलों में कार्यक्रमों की शुरुआत में एक तमिल राजगीत (इससे पहले धार्मिक गीत गाए जाते थे) गाना अनिवार्य किया।

करुणानिधि की बड़ी उपलब्धियां

  • अपने कार्यकाल के दौरान परिवहन मंत्री के तौर पर उन्होंने राज्य की निजी बसों का राष्ट्रीयकरण किया और राज्य के हर गांव को बस के नेटवर्क से जोड़ना शुरू किया।
  • करुणानिधि ने अपनी पहली सरकार के कार्यकाल में ज़मीन के मालिकाना हक को 15 एकड़ तक सीमित कर दिया था। यानी कोई भी व्यक्ति इससे ज़्यादा ज़मीन का मालिक नहीं रह सकता था।
  • शिक्षा और नौकरी में पिछड़ी जातियों को करुणानिधि ने मिलने वाले आरक्षण की सीमा 25 से बढ़ाकर 31 फ़ीसदी कर दी।
  • करुणानिधि ने क़ानून बनाया जिसके बाद सभी जातियों के लोग मंदिर के पुजारी बन सकते हैं।
  • करुणानिधि ने ही राज्य में क़ानून बनाया था जिसमें लड़कियों को भी पिता की संपत्ति में बराबर का हक़ मिल गया।

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  • कलईनार ने राज्य की सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण भी दिया। उन्होंने पिछड़ों में अति पिछड़ा वर्ग बनाकर उसे पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजाति कोटे से अलग, शिक्षा और नौकरियों में 20 फ़ीसदी आरक्षण दिया।
  • करुणानिधि की सरकार ने चेन्नई में मेट्रो ट्रेन सेवा की शुरुआत की।
  • करुणानिधि ने अपने कार्यकाल के दौरान 'सामाथुवापुरम' हाउसिंग स्कीम की शुरूआत की जिसके अंतर्गत दलितों और ऊंची जाति के हिंदुओं को सशर्त मुफ़्त में घर दिए गए। हालांकि इस योजना में यह शर्त थी कि वो जाति-पाति के बंधन से अलग होकर साथ रहेंगे।

आम आदमी के लिए किए गए काम

  • किसानों के लिए करुणानिधि ने सिंचाई के पंपिंग सेट चलाने के लिए बिजली को मुफ़्त कर दिया। इतना ही नहीं सरकारी राशन की दुकानों से महज़ एक रुपए किलो की दर पर लोगों को चावल देना शुरू किया।
  • स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए 33 फ़ीसदी आरक्षण लागू किया।
  • जनता के लिए मुफ़्त स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत की।
  • दलितों को मुफ़्त में घर देने से लेकर हाथ रिक्शा पर पाबंदी लगाने तक के उनके कई काम आज भी सामाजिक नीतियों के लिए प्रेरणा हैं।

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आरक्षण

  • आरक्षण को लेकर मंडल कमीशन को लागू करवाने में भी करुणानिधि ने भी बड़ा सियासी रोल निभाया था। जिसके लागू होने के बाद केंद्र सरकार की नौकरियों में पिछड़ों को आरक्षण मिलने लगा था।