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जम्मू-कश्मीर: हिजबुल का दावा, रायफल लेकर फरार हुआ कॉन्स्टेबल हमसे जुड़ा

हिजबुल मुजाहिदीन ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस का भागा हुआ कॉन्स्टेबल उनके साथ जुड़ गया है। ये कॉन्स्टेबल शनिवार को चार रायफल लेकर फरार हो गया था।

Updated on: 22 May 2017, 11:59 AM

नई दिल्ली:

हिजबुल मुजाहिदीन ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस का भागा हुआ कॉन्स्टेबल उनके साथ जुड़ गया है। ये कॉन्स्टेबल शनिवार को चार रायफल लेकर फरार हो गया था।

इस घटना के एक दिन बाद रविवार को हिजबुल मुजाहिदीन ने हथियार लेकर भागने वाले पुलिस वाले को बधाई दी और कहा, 'हम सय्यद नवीद (मुश्ताक) शाह को अपने संगठन में स्वागत करते हैं।'

हिजबुल मुजाहिदीन के प्रवक्ता बुरहानुद्दीन ने श्रीनगर के एक स्थानीय न्यूज़ एजेंसी से कहा कि 'हिजबुल मुजाहिद्दीन कॉन्स्टेबल की बहादुरी को सलाम करता हूं। नवीद जैसे लोग हमारे संघर्ष में शामिल होते रहेंगे।'

शनिवार शाम को नवीद शाह अपनी व तीन साथियों की कुल चार सर्विस रायफल लेकर बडगाम जिले के चंदपुरा गांव से फरार हो गया था।वह यहां पर फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के स्टोर की सुरक्षा में तैनात था।

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शोपियां का रहने वाला शाह 2012 में पुलिस फोर्स में शामिल हुआ था। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वो अभी इसकी पुष्टि नहीं कर सकते कि शाह उग्रवादी संगठन में शामिल हुआ है या नहीं। लेकिन पुलिस सूत्रों ने आशंका जताई है कि वह शायद इसी इरादे से भागा होगा।

एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने कहा, 'अगर उसका प्लान उग्रवादियों के साथ जुड़ने का नहीं होगा, कोई भला चार रायफल लेकर क्यों भागेगा।'

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कॉन्स्टेबल की तलाश में पुलिस ने एक सर्च ऑपरेशन भी शुरू किया है। सूत्रों ने बताया कि नवीद का आतंकियों और आतंकी संगठनों से पुराना नाता रहा है। वह कई बार ड्यूटी से गायब रह चुका है। उनका कहना है कि वह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में भी शामिल रहा है।

नवीद को पकड़ने के लिए पुलिस शोपियां, पुलवामा और बडगाम में करीब सात जगहों पर छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला। उसके कुछ परिचितों से भी पूछताछ की गई है और कई और जगहों पर छापमारी करने की योजना है।

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पिछले साल जनवरी में शकूर अहमद नाम के एक पुलिसकर्मी भी चार रायफल लेकर भाग गया। वो दक्षिण कश्मीर के डीएसपी की सुरक्षा में तैनात था। वो भी आतंकवादी संगठन से जुड़ गया था।