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झारखंड: खेल मंत्री ने की 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश

झारखंड के खेल मंत्री अमर कुमार बौरी ने 34वें राष्ट्रीय खेलों में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मामले की जांच केद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) से कराने की अनुशंसा की है।

Updated on: 06 Aug 2018, 09:26 PM

रांची:

झारखंड के खेल मंत्री अमर कुमार बौरी ने 34वें राष्ट्रीय खेलों में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मामले की जांच केद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) से कराने की अनुशंसा की है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने इसके साथ ही कहा कि इससे संबंधित फाइल को मुख्यमंत्री रघुबर दास के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है।

झारखंड ने 2011 में रांची और धनबाद में 34वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी की थी।

भारतीय राजस्व सेवा के एक पूर्व अधिकारी ने आरोप लगाया था कि खेल में खरीदे गए उपकरणों को तय कीमत से ज्यादा कीमत में खरीदा गया। अधिकारी ने मामले की सीबीआई जांच को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय(पीएमओ) को पत्र लिखा था।

जिसके बाद, पीएमओ ने झारखंड सरकार को पत्र लिखकर मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए कहा।

खेल विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, 'पीएमओ के पत्र पर कार्रवाई करते हुए, खेल मंत्री ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद, मामले को सीबीआई को सौंपा जा सकता है।'

मौजूदा समय में, राज्य का भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो(एसीबी) मामले की जांच कर रहा है।

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एसीबी के आरोपपत्र में चार आरोपियों के नाम थे, जिनमें से तीन आरोपियों -पूर्व खेल निदेशक पी.सी.मिश्रा, आयोजन समिति सचिव एस.एम. हाशमी और तत्कालीन खेलों के कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक- को जेल भेज दिया गया था। मौजूदा समय में, मिश्रा और हाशमी जमानत पर बाहर हैं, जबकि पाठक अभी भी जेल में बंद हैं।

इस मामले में झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष आर.के. आनंद के खिलाफ भी जांच चल रही है।