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जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल एयरपोर्ट पर रोके गए, बगैर अनुमति जा रहे थे विदेश

लुक ऑउट नोटिस के चलते गोयल दंपति देश छोड़कर नहीं जा सकते हैं.

Updated on: 26 May 2019, 06:34 AM

highlights

  • लुक ऑउट नोटिस के चलते गोयल दंपति देश छोड़कर नहीं जा सकते हैं.
  • जेट एयरवेज फिलहाल जमीन पर है और कर्मचारियों को बकाया तक नहीं मिला है.
  • आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने पिछले महीने अपनी सेवाएं बंद कर दी थीं.

मुंबई.:

लुक ऑउट नोटिस के बावजूद लंदन जा रहे जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल को शनिवार को हिरासत में ले लिया गया. उनकी फ्लाइट उड़ने के लिए तैयार थी, जब उसे वापस बुलाया गया और फिर उन्हें रोका गया. लुक ऑउट नोटिस के चलते गोयल दंपति देश छोड़कर नहीं जा सकते हैं. आर्थिक संकट के चलते जेट एयरवेज फिलहाल जमीन पर है और कर्मचारियों को चार माह से बकाया वेतन तक नहीं मिल सका है.

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लुक ऑउट नोटिस के चलते नहीं जा सकते विदेश
प्राप्त प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक दोनो एमिरेट्स की फ्लाइट ईके 507 से मुंबई से लंदन जा रहे थे. विमान लगभग उड़ान भरने के लिए तैयार था, जब विमान को वापस बुलाया गया. आव्रजन अधिकारियों ने इसके बाद गोयल दंपति को हिरासत में लिया. नरेश गोयल को लुक आउट नोटिस जारी हुआ है, जिसके चलते वह देश को नही छोड़ सकते.

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1.2 अरब डॉलर के कर्ज में है कंपनी
कंपनी पर 1.2 अरब डॉलर का कर्ज है. इस वजह से अस्थाई रूप से विमानों का संचालन 17अप्रैल के बाद से बंद हो गया है. नरेश गोयल भी एयरलाइन के बिजनेस में आने के बाद से ही विवादों से जुड़े रहे. शुरुआत में उनके फंडिंग के स्रोत पर भी सवाल खड़े हुए थे. जेट को विदेशों के लिए उड़ाने भरने वाली एकमात्र कंपनी बनाने के लिए गोयल ने 2007 में एयर सहारा को 1,450 करोड़ रुपये में खरीद लिया था. तब इस फैसले को गोयल की गलती के तौर पर देखा गया. तब से कंपनी को वित्तीय मुश्किलों से सही मायने में कभी छुटकारा नहीं मिल पाया.

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पत्र लिख जता चुके हैं सब ठीक हो जाने का विश्वास
गौरतलब है कि आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने पिछले महीने अपनी सेवाएं बंद कर दी थीं. उन्हें बैंकों ने और कर्ज देने से इंकार कर दिया था. इसके बाद उन्होंने कंपनी के कर्मचारियों को एक भावनात्मक पत्र लिखकर कंपनी को दोबारा अपने पैरों पर लौटने की उम्मीद जताई थी. उन्होंने कहा था 'नीता और मुझे पूरी उम्मीद है कि बीएलआरपी की समय सीमा के मुताबिक 10 मई तक कोई सकारात्मक नतीजा सामने आएगा. आपकी तरह हमारी भी यही इच्छा है. हम पिछले हफ्तों के घने बादलों के बीच से सूरज के फिर से बाहर निकलने की उम्मीद करते हैं.'