जेडीयू के खिलाफ गए शरद यादव तो छोड़नी पड़ सकती है राज्यसभा की कुर्सी
बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन से नाराज चल रहे शरद यादव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
नई दिल्ली:
बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन से नाराज चल रहे शरद यादव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। जेडीयू के नेता और पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, 'अगर शरद यादव पार्टी विरोधी कार्रवाई करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जा सकती है।'
न्यूज स्टेट से बातचीत के दौरान शरद यादव की रैली को लेकर नीरज कुमार ने कहा, 'यह रैली उनका निजी रैली है। यह रैली आरजेडी के द्वारा स्पॉन्सर्ड है। भ्रष्टाचार के खिलाफ शरद यादव ने राजनैतिक तौर पर घुटने टेक दिए हैं।'
हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि पार्टी शरद यादव के अगले कदम का इंतजार कर रही है कि वे पार्टी के खिलाफ कौन सा कदम उठाते हैं।
अपने बागी तेवरों को लेकर पार्टी की ओर से कार्रवाई की अटकलों के बीच शरद यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। एक निजी टीवी चैनल से बातचीत के दौरान शरद यादव ने कहा था कि महागठबंधन जनता के साथ एक बड़ा करार था और इसके टूटने से जनता का विश्वास टूटा है।
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बिहार में महागठबंधन टूटने और फिर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के फैसले से नाराज शरद यादव आज से बिहार दौरे पर हैं। वे अगले तीन दिन तक सात जिलों में जाएंगे और लोगों से संवाद करेंगे। हालांकि पार्टी ने बागी शरद यादव के इस दौरे से किनारा कर लिया है।
खबर यह भी है कि इस दौरे के बाद शरद यादव 17 अगस्त को दिल्ली में एक सम्मेलन कर सकते हैं। बता दें कि हाल के दिनों में शरद यादव ने पार्टी लाइन से अलग जाकर जमकर बयानबाजी की है।