दिल्ली में जेडीयू कार्यकारिणी की बैठक, नीतीश रहेंगे एनडीए के साथ या महागठबंधन में शामिल होने पर होगी बात ?
बिहार में आगामी लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी से तनातनी की खबरों के बीच सीएम नीतीश आज (रविवार) दिल्ली के जंतर-मंतर पर होने वाली जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शामिल होंगे।
नई दिल्ली:
बिहार में आगामी लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी से तनातनी की खबरों के बीच सीएम नीतीश आज (रविवार) दिल्ली के जंतर-मंतर स्थित जनता दल यूनाइटेड के दफ्तर में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए।
पार्टी सूत्रों के अनुसार आज नीतीश कुमार एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस) के साथ पार्टी का गठबंधन बनाए रखने पर निर्णय लेकर प्रस्ताव पारित कर सकते हैं। जेडीयू के दफ्तर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो चुकी है। इससे पहले पार्टी कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाकर सीएम नीतीश कुमार का स्वागत किया।
Bihar Chief Minister and Janta Dal (United) President Nitish Kumar at party's national executive meet in Delhi. pic.twitter.com/rKa9S5yKoe
— ANI (@ANI) July 8, 2018
जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार इस बैठक में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव समेत विभिन्न मुद्दों पर अपनी पार्टी की स्थिति साफ कर सकते हैं। इससे पहले नीतीश ने शनिवार को पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी।
Party to pass a resolution authorising Nitish Kumar to take decision that is in best interest of the Party vis a vis NDA alliance: JDU sources
— ANI (@ANI) July 8, 2018
राजनीतिक गलियारों में ऐसे अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेपी का साथ छोड़ नीतीश एक बार फिर आरजेडी और कांग्रेस के साथ महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
गौरतलब है कि जेडीयू नेता इस बात को खारिज कर चुके हैं लेकिन बीजेपी के साथ मतभेद सार्वजनिक होने के बाद इस तरह की अटकलों को बल मिला है।
आपको बता दें कि जहां राष्ट्रीय कांग्रेस ने कई मौकों पर जेडीयू को महागठबंधन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है वहीं आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बेटे तेजस्वी ने गठजोड़ बहाल करने की बात को खारिज किया है।
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जेडीयू के कई नेताओं ने बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए में 2013 से पहले वाली स्थिति बहाल करने की मांग की है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश 2019 में 15 लोकसभा सीटें हासिल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
लेकिन साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उम्दा प्रदर्शन के बाद बीजेपी की जड़ें राज्य में मजबूत हुई है जिसे देखते हुए बीजेपी एक बार फिर से नीतीश को ज्यादा सीटों पर लड़ने का मौका नहीं देना चाहती।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 22 सीटें जीती थी। वहीं रामविलास पासवान की लोकजनशक्ति और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी ने छह और तीन सीटों पर जीत हासिल की थी। जेडीयू को मात्र दो सीटों पर जीत मिल पाई थी।
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